गुवाहाटी : पांचवीं बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद असम के वरिष्ठ मंत्री एवं भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को कहा कि वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते हैं कि कौन राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनेगा क्योंकि यह निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा।

भाजपा ने 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था लेकिन इस बार उसने इस शीर्ष पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की। ऐसी अटकलें हैं कि सरमा नये मुख्यमंत्री होंगे।

सरमा से जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या वह अगले मुख्यमंत्री होंगे, तो उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इसके बारे में कोई बात नहीं करना चाहता हूं। हमारा संसदीय बोर्ड इस बारे में निर्णय लेगा। ’’

कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान बार बार दावा किया कि राज्य में दो मुख्यमंत्री हैं। उसका इशारा सरमा एवं मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के सत्ता के प्रतिद्वंद्वी केंद्रों के रूप में अफवाहों की ओर था।

निवर्तमान राज्य सरकार में सरमा के पास शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त एवं लोक निर्माण विभाग थे। वह राजग के पूर्वोत्तर संस्करण पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के संयोजक हैं।

उन्होंने असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रोमेन चंद्र बोरठाकुर को रविवार को 1,01,911 मतों के अंतर से हराकर जालुकबारी सीट पर कब्जा बरकरार रखा है।

सरमा ने भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि सत्ताविरोधी भावना को परास्त करके सत्ता कायम रखना किसी भी दल के लिए उपलब्धि है।