पटना: बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 3,048 नए मामले आए हैं और राजधानी पटना सबसे अधिक प्रभावित होने की वजह से राज्य विधानसभा सचिवालय को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों के साथ राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 8,489 तक पहुंच गई है। विभाग ने बताया कि शुक्रवार को सबसे अधिक 1,362 मामले पटना में आए हैं जबकि गया में 193 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बिहार में बुधवार और बृहस्पतिवार को संक्रमण के क्रमशः 1659 और 2379 नए मामले दर्ज किए गए थे।

विभाग ने बताया कि पटना और गया में क्रमशः 5074 एवं 889 उपचाराधीन मरीज है जो राज्य में कुल सक्रिय मामलों का करीब 80 प्रतिशत है।

राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 1.84 लाख नमूनों की जांच की गई जिन्हें मिलाकर अबतक कुल 6.19 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी है।राज्य में अबतक ओमीक्रोन के एक मामले की पुष्टि हुई है।

इस बीच, पटना में कोविड-19 के मामलों में निरंतर वृद्धि के मद्देनजर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को सदन सचिवालय को आठ जनवरी से 17 जनवरी तक पूरी तरह से बंद करने का आदेश दिया।

सिन्हा ने कहा कि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए विधानसभा सचिवालय को बंद करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा सचिवालय बंद रहने के दौरान सभी अधिकारी अपने मोबाइल फोन ऑन रखेंगे।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बृहस्पतिवार को नए प्रतिबंधों की घोषणा की थी। सरकार ने 21 जनवरी, 2022 तक सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। सरकारी और निजी कार्यालय 50 प्रतिशत कर्मियों के साथ काम करेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार की देर रात एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और नए दिशा-निर्देश जारी किए जिसमें उन्होंने कक्षा 9 से 12 तक और 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ फिर से खोले गए कॉलेजों सहित सभी कक्षाओं को बंद करने का फैसला किया।