चंडीगढ़ : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) की खिंचाई करते हुए कहा कि इसे अभी पंजाब के लोगों से किये गये वादे को पूरा करना बाकी है, लेकिन यह अब हिमाचल प्रदेश के युवओं को ‘धोखा’ देने का प्रयास कर रही है।

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं और आप ने सत्ता में आने पर 3,000 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता और युवाओं को छह लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया है।

शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक बयान में कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि पंजाब में लाए गए दिल्ली के झूठ को अब हिमाचल प्रदेश ले जाया जा रहा है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार ने आठ साल में अपने युवाओं को कोई बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब में भी उसने ऐसा नहीं किया है। लेकिन अब वह हिमाचल में लोगों को मूर्ख बनाकर पार्टी के लिए वोट हासिल करने के लिए 3,000 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर रही है।’’

मजीठिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से यह भी जानना चाहा कि उनके छह महीने के कार्यकाल में कितनी नौकरियां सृजित हुई हैं। मजीठिया ने दावा किया कि दिल्ली में आप सरकार ने सात वर्षों में केवल 3,246 नौकरियां प्रदान की हैं।

उन्होंने कहा कि यह विडंबना ही है कि जो पार्टी पंजाब और दिल्ली में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है, वह हिमाचल प्रदेश में छह लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा कर रही है।

मान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री उस ‘गारंटी’ से मुकर गए जिसे उन्होंने खुद दिया था। मजीठिया के अनुसार आप सरकार ने सत्ता में आने के तुरंत बाद 35,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया।

उन्होंने दावा किया कि इसी तरह पंजाब में महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह भत्ता देने का वादा किया गया था, जिसका भुगतान छह महीने से नहीं किया गया है।