चंडीगढ़ : पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर गुजरात के मोरबी में पुल गिरने की घटना से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राज्य (पंजाब) के किसानों को बदनाम करने का आरोप लगाया है।

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार राष्ट्रीय हरित अधिकरण के माध्यम से पंजाब में अधिकारियों पर किसानों के खिलाफ पराली जलाने के मामले दर्ज करने का दबाव बना रही है।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार को तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर करने वाले किसानों से भाजपा बदला लेने की कोशिश कर रही है।

कांग ने कहा कि हरियाणा के कई शहरों में वायु की गुणवत्ता पंजाब की तुलना में बहुत खराब होने के बावजूद, भाजपा लगातार राज्य के किसानों को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है।

आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि केंद्र के अलावा, भाजपा हरियाणा और गुजरात में भी सत्ता में है, जहां पुल गिरने से 130 से अधिक लोगों की जान चली गई।

कांग ने कहा, 'मोरबी पुल गिरने की घटना के मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए भाजपा पंजाब के किसानों को बदनाम कर रही है और बढ़ते प्रदूषण के लिए उन पर आरोप लगा रही है।'

कांग ने कहा कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना में करीब 40 प्रतिशत की कमी आई है।

उन्होंने कहा, ' भाजपा को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि उनके नेता फरीदाबाद, मानेसर, गुरुग्राम और सोनीपत (हरियाणा) के अलावा ग्वालियर और इंदौर (मध्य प्रदेश) तथा भाजपा शासित अन्य राज्यों में हवा की सबसे खराब गुणवत्ता पर चुप क्यों हैं?'

कांग ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने धान की पराली नहीं जलाने पर किसानों को 2,500 रुपये प्रति एकड़ नकद प्रोत्साहन देने का प्रस्ताव दिया है। लेकिन, केंद्र ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के बजाय किसानों को राहत देने से साफ इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि आप सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि केंद्र सरकार 1,500 रुपये प्रति एकड़ देगी, और दिल्ली तथा पंजाब की सरकारें किसानों को पराली प्रबंधन के लिए 500-500 रुपये प्रति एकड़ देंगी।