चंडीगढ़: पंजाब में वर्ष 2015 में हुई कथित बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए गठित आयोग का नेतृत्व करने वाले न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजीत सिंह ने बुधवार को दावा किया कि फरीदकोट में कथित तौर पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के पीछे डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों का हाथ था।

पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने यह भी कहा कि उपलब्ध सबूतों के अनुसार, बाद में बेअदबी की घटनाओं के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस गोलीबारी के मामले में तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी की 'सक्रिय भूमिका' थी।

पूर्व न्यायाधीश ने 2015 में कथित बेअदबी और उसके बाद हुई पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच पर आधारित अपनी किताब 'द सैक्रिलेज' में यह खुलासा किया। बुधवार को यहां किताब का विमोचन किया गया।