चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मनोहर लाल खट्टर नीत भाजपा सरकार ने झज्जर में एक आईआईटी विस्तार परिसर से संबंधित कार्यों को आठ साल तक रोककर रखा और उसे राज्य की जनता से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

हुड्डा ने कहा कि लोकसभा सदस्य के नाते उनकी पहल पर नवंबर 2011 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)- दिल्ली की सलाहकार परिषद की 42वीं बैठक में हरियाणा में संस्थान के दो ‘उत्कृष्टता केंद्रों’ की स्थापना को मंजूरी दी गयी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अब इसका श्रेय खट्टर ले रहे हैं।

खट्टर ने रविवार को कहा था कि झज्जर के बाढ़सा गांव में 50 एकड़ भूमि पर आईआईटी-दिल्ली का विस्तार परिसर खोला जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में आईआईटी-दिल्ली के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने विस्तार परिसर खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी और इसकी स्थापना में पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया।

हुड्डा ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार युवाओं के हितों को चोट पहुंचाती है और शिक्षा क्षेत्र की बड़ी परियोजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल देती है। अब, श्रेय लेने के लिए सरकार बाढ़सा में आईआईटी दिल्ली के उत्कृष्टता केंद्र को पहले ही स्वीकृति देने की बात कर रही है।’’

आईआईटी दिल्ली की सलाहकार परिषद की 42वीं बैठक का हवाला देते हुए हुड्डा ने कहा, ‘‘एक विस्तार परिसर बाढ़सा में और दूसरा राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, सोनीपत में प्रस्तावित था। दोनों परिसरों की आधारशिला 21 दिसंबर, 2013 को रखी गयी थी।’’

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की अध्यक्षता तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने की थी और उसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और वह स्वयं शामिल हुए थे।