चंडीगढ़: पंजाब के तीन विधायक सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने नहीं पहुंचे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने पंजाब से जुड़े विभिन्न मुद्दे ‘सुलझाए’ नहीं जाने के कारण मतदान का बहिष्कार किया जबकि कांग्रेस विधायक राज कुमार छब्बेवाल और हरदेव सिंह लाडी ने मतदान में भाग नहीं लिया।

राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्व में घोषणा की थी कि वह चुनाव में सिन्हा का समर्थन करेगी।

माना जाता है कि पंजाब में सबसे अधिक विधायकों ने सिन्हा के पक्ष में मतदान किया होगा क्योंकि 117 सदस्यीय विधानसभा में ‘आप’ और कांग्रेस के क्रमश: 92 और 18 विधायक हैं। वहीं शिअद के तीन और बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक है।

पड़ोसी हरियाणा में चुनाव के लिए सहायक निर्वाचन अधिकारी आर के नंदल ने बताया कि राज्य में 88 विधायकों ने मतदान किया।

पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले हरियाणा के कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भी अपने विवेक के हिसाब से मतदान किया। सिन्हा के बजाय मुर्मू का समर्थन करने का संकेत देते हुए बिश्नोई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्यसभा चुनाव की तरह ही मैंने इस चुनाव में भी अपने विवेक के हिसाब से मतदान किया है।’’ बिश्नोई ने दिल्ली में मतदान किया।

हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 112 है। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 40 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 31 विधायक हैं।