चेन्नई : तमिलनाडु में विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने रविवार को मांग की कि राज्य सरकार किसानों को फसल के नुकसान के लिए घोषित मुआवजे में वृद्धि करे, विशेष रूप से हाल की बारिश के मद्देनजर जिससे राज्य में कावेरी डेल्टा जिलों में खड़ी फसलों को गंभीर क्षति पहुंची है।

विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी ने खबरों का हवाला देते हुए कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में तंजावुर, नागपट्टिनम और कुड्डलोर सहित जिलों में हुई बारिश से आठ लाख एकड़ में खड़ी फसल जलमग्न हो गई जो लगभग 20 दिनों में कटाई के लिए तैयार थी। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को भारी कठिनाई हुई है।

अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक ने एक बयान में कहा कि सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को राहत वितरित करने के लिए केंद्रीय कोष का इंतजार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को नुकसान का आकलन करने और जल्द से जल्द राहत मुहैया कराने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को तुरंत तैनात करना चाहिए।’’

सरकार द्वारा नवंबर में मूसलाधार बारिश से प्रभावित फसलों के लिए 20,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की घोषणा का जिक्र करते हुए पलानीस्वामी ने इसे दोगुना करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 6,038 रुपये प्रति हेक्टेयर की कृषि लागत को भी बढ़ाकर 12,000 रुपये किया जाना चाहिए।