चेन्नई : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को निर्यातकों से निर्यात को ऊंचा बनाये रखने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये नये बाजारों में संभावनाएं तलाशने को कहा।

शहर के समीप ताम्बरम स्थित मद्रास निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र (एमईपीजेड) के तहत सेज इकाइयों को लेकर निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार देने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश से निर्यात पिछले वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर को पार कर गया और वह चाहते हैं कि यह प्रवृत्ति बनी रहे।

नायडू ने कहा, ‘‘बाते वित्त वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड 418 अरब डॉलर का वस्तुओं निर्यात हुआ है। वहीं सेवा निर्यात करीब 250 अरब डॉलर का रहा। यानी कुल निर्यात 670 अरब डॉलर का रहा, जो महामारी को देखते हुए एक बड़ी उपलब्धि है। यह प्रवृत्ति बनी रहनी चाहिए और मुझे भरोसा है कि आने वाले महीनों में निर्यात बढ़ेगा और देश के लिये मूल्यवान विदेशी मुद्रा लाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि आप सभी जानते हैं, किसी भी देश के लिये मजबूत अर्थव्यवस्था को लेकर विदेशी मुद्रा का प्रवाह बहुत जरूरी है। यह विदेशी मुद्रा प्रमुख रूप से निर्यात से प्राप्त होती है। अगर निर्यात कम होता है, विदेशी मुद्रा भंडार कम होगा और अंतत: देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।’’

नायडू ने कहा, ‘‘इसीलिए हमें अपने निर्यात को बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को गति देने को लेकर नये बाजारों में संभावनाएं तलाशने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय व्यापार और उद्योग अनुकूल नीतियों, कारोबार सुगमता तथा ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ (दुनिया के लिये घरेलू उत्पाद) के जरिये निर्यात बढ़ाने को लेकर हरसंभव कदम उठा रहा है।

उपराष्ट्रपति ने जिला निर्यात केंद्र समेत निर्यात को बढ़ावा देने के केंद्र सरकार के विभिन्न कदमों का भी जिक्र किया।

इस अवसर पर वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल तथा तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन भी मौजूद थे।