चेन्नई : कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) की बैठक में कर्नाटक के मेकेदातु जलाशय परियोजना पर चर्चा करने पर आश्चर्य प्रकट करते हुये तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा कि इस विषय पर चर्चा करना ‘मनमाना’ और ‘अवैध’ है।

प्रदेश के तंजावुर में सीडब्ल्यूएमए अध्यक्ष एस के हलदर की टिप्पणी पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए स्टालिन ने जानना चाहा कि क्या हलदर के पास ‘‘मनमाने ढंग से निर्णय लेने की शक्तियां हैं।’’ हलदर ने कहा था कि कि 23 जून को बैठक में इस मामले पर चर्चा की जाएगी ।

स्टालिन ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि सीडब्ल्यूएमए के पास उस विषय पर चर्चा करने का अधिकार नहीं है, जो पहले से उच्चतम न्यायालय में है । उन्होंने दावा किया, ‘‘यह जानते हुये इस मुद्दे पर चर्चा करने की घोषणा करना गैरकानूनी है ।’’

उन्होने कहा कि इसलिए राज्य के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को नयी दिल्ली भेजने का निर्णय लिया गया है ताकि लोगों की वेदना को केंद्र तक पहुंचाया जा सके।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से समय मांगा है। शिष्टमंडल बहुत जल्द ही दिल्ली का दौरा करेगा और तंजावुर में हलदर की घोषणा के कारण लोगों को हुयी वेदना से उन्हें अवगत कराएगा।’’