चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को बताया कि उनकी सरकार ने एक साल से भी कम समय में किसानों को बिजली के एक लाख मुफ्त कनेक्शन देकर रिकॉर्ड स्थापित किया है। साथ ही कृषि के मोर्चे पर राज्य की संभावनाओं को बढ़ाने में समान संख्या में रैयतों की भागीदारी सुनिश्चित की है।

इसे कम समय में 'एक बहुत बड़ी उपलब्धि' करार देते हुए स्टालिन ने कहा कि यह अनूठी उपलब्धि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) के दशक भर के शासन प्रदर्शन से कहीं अधिक है।

मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा, "यह कार्य बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी, टैंजेडको (राज्य के स्वामित्व वाली बिजली उपयोगिता) के अधिकारियों और कर्मचारियों और किसानों के प्रयासों के कारण संभव हुआ है।"

मुख्यमंत्री ने कहा 'जब बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी ने लक्ष्य हासिल करने का प्रस्ताव रखा तो कई लोगों को संदेह था कि क्या किसानों को एक साल में एक लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन दिये जा सकते हैं। मुझे भी संदेह हुआ था, लेकिन मंत्री ने साबित कर दिया कि वह लक्ष्य प्राप्त करने में सक्षम हैं।'

किसानों को एक लाख नए कनेक्शन देने की घोषणा के बाद उन्होंने पिछले साल 23 सितंबर को पहल की थी और इस अवसर पर 10 किसानों को स्वीकृति आदेश दिए थे। सरकार ने मुश्किल से एक साल में लक्ष्य हासिल कर लिया। स्टालिन ने कहा, 'इस कदम से न केवल एक लाख किसान परिवारों को फायदा होगा बल्कि राज्य के कृषि विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इस पहलू से देखा जाए तो यह उपलब्धि अतुलनीय है।'

स्टालिन ने बताया कि '1990 तक, किसानों ने जितनी बिजली की खपत की थी, उसका भुगतान किया, और तब 12,09,543 कनेक्शन मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की भलाई के लिए किसानों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने की घोषणा की थी। साल 2001 से 2006 के दौरान तत्कालीन सरकार ने लगभग 1,62,479 कनेक्शन दिए। लेकिन 2006 से 2011 के बीच तत्कालीन द्वविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) सरकार ने 2,09,910 कनेक्शन दिए और 2010-11 में किसानों को अकेले 77,158 कनेक्शन दिए गए। लेकिन अपने 10 साल के शासन के दौरान, अन्नाद्रमुक शासन ने 2011-21 तक केवल 2,21,579 कनेक्शन सुनिश्चित किए थे। अर्थात, प्रति वर्ष औसतन केवल 22,100 कनेक्शन प्रदान किए गए थे।'

मुख्यमंत्री ने दावा किया जिन लोगों ने आवेदन किया था, उन्हें कोई नया कनेक्शन प्रदान नहीं किया गया था।'

31 मार्च, 2021 तक किसानों से कुल 4,52,777 आवेदन प्राप्त हुए थे और इसके बाद, उन्होंने पिछले साल सितंबर में 2021-22 वित्तीय वर्ष में एक लाख कनेक्शन प्रदान करने के लिए त्वरित कदम उठाने का आश्वासन देने के बाद योजना शुरू की थी।

उन्होंने कहा, "योजना शुरू करना कोई उपलब्धि नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करना कि लाभ पूरी तरह से लाभार्थियों तक पहुंचे, वास्तविक उपलब्धि है।

स्टालिन ने कहा 'महामारी और उत्तर पूर्व मानसून की कठिनाइयों के बावजूद मार्च तक बिना किसी रुकावट के कनेक्शन प्रदान किए गए।'

नतीजतन, मुफ्त बिजली कनेक्शन लेने वाले किसानों की संख्या 21.80 लाख से बढ़कर 22.80 लाख हो गई और इसके साथ खेती का क्षेत्र बढ़कर 2,13,107 एकड़ हो गया।