धमतरी : गेहूं फसल पड़ रही काली, किसान हो रहे चिंतित

Wheat crop is turning black, farmers are getting worried

संभावित नुकसान का आंकलन कर रहे हैं किसान






धमतरी, 13 अप्रैल (हि.स.)। बेमौसम वर्षा ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। सप्ताह भर से मौसम में बदलाव का सीधा असर धान व गेहूं की तैयार हो रही फसल पर पड़ा है। धान व गेहूं की फसल काली पड़ रही है, वहीं कई खेतों में धान की फसल खेतों में गिर भी गई है। किसान इन दिनों फसल को सहने में जुटे हुए हैं। किसानों ने शासन से मुआवजे की मांग की है।



ग्राम डाही निवासी किसान रुकेश कुमार नागरची ने बताया कि उन्होंने रबी फसल के रूप में के चार एकड़ खेत में गेंहू की फसल लगाई थी, फसल पककर कटाई के लिए तैयार हो गई थी। सप्ताह भर के दौरान मौसम में हुए उतार-चढ़ाव का सीधा असर उनकी तैयार हो रही गेहूं की फसल पर हुआ। बेमौसम वर्षा से गेहूं की फसल झड़ गई है, वहीं जो फसल खेतों में शेष है उसका भी रंग काला पड़ गया है। उन्हें खासा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के लगातार हुए प्रचार-प्रसार के चलते उन्होंने फसल चक्र परिवर्तन के रूप में धान की जगह गेहूं की फसल लगाई थी। बेमौसम वर्षा के कारण खेतों में तैयार हुई गेहूं फसल के नुकसान की चिंता सता रही है। मालूम हो कि धमतरी जिले में बड़े पैमाने धान की खेती की जाती है। दलहन-तिलहन व गेहूं की फसल लेने वाले किसानों की संख्या कम है। इस साल धमतरी जिले में रबी फसल के रूप में 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती की जा रही है, वहीं दलहन-तिलहन, रागी, मक्का व गेहूं का आंकड़ा देखा जाए तो कुल सात हजार हेक्टेयर में इनकी खेती की जा रही है।

मालूम हो कि गेहूं फसल के उत्पादन के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। बेमौसम वर्षा के कारण खेतों में पानी भर गया है और फसल को नुकसान पहुंच रहा है। किसान महेश साहू, बलवान साहू ने बताया कि बेमौसम वर्षा से धान की फसल प्रभावित हो रही है। यदि मौसम नहीं खुलता है तो फसल और खराब हो जाएगी। शासन को तत्काल सर्वे कराकर नुकसान हुए फसल का मुआवजा देना चाहिए। इस संबंध में कृषि उपसंचालक मोनेश कुमार साहू ने कहा कि बेमौसम वर्षा से फसल के नुकसान होने की शिकायत मिल रही है। किसानों से मिलने वाले आवेदन के आधार पर मुआवजे के लिए शासन को अवगत कराया जाएगा







हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा