निर्माणाधीन स्कूल भवन में लगाए जा रहे पुराने दरवाजे, खिड़कियां

Old doors and windows are being installed in the sc


धमतरी, 5 मार्च (हि.स.)। शहरी सीमा से लगे हुए ग्राम पंचायत श्यामतराई में इन दोनों पुराने जर्जर हो चुके प्राथमिक स्कूल भवन को ढहाकर नवनिर्माण किया जा रहा है। यहां पर निर्माणाधीन भवन में पुराने दरवाजे खिड़कियों को लगाए जाने का कुछ ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब स्कूल भवन नए स्वरूप में बन रहा है तो फिर नए दरवाजे खिड़कियां लगाया जाना चाहिए।



वर्षों पुराने जर्जर हो चुके खपरैल वाले स्कूल भवन की मरम्मत के लिए शासन ने स्वीकृति दी। ग्रामीण व शाला विकास समिति के सामूहिक निर्णय से ग्रामीण यांत्रीकीय सेवा संभाग द्वारा इसका नव निर्माण किया जा रहा है। शासन द्वारा स्वीकृत पांच लाख की राशि से निर्माण जारी है। इस स्कूल भवन के नवनिर्माण में नए दरवाजे खिड़की की बजाय यहां पर पुराने दरवाजे खिड़कियां लगाई जा रही है, जिसका कुछ ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर नए दरवाजे-खिड़कियां लगाई जानी चाहिए।

किसने क्या कहा -



ग्रामीण यांत्रीकीय सेवा संभाग धमतरी के इंजीनियर अजय संभाकर ने बताया कि शासन से राशि नव निर्माण के लिए नहीं मरम्मत के लिए आई थी। कितना पैसा आया था ये मुझे याद नहीं, शिक्षा अधिकारी से अनुमति लेकर नव निर्माण कराया जा रहा है। जहां तक पुराना सामान लगाने की बात हैं वे लगा सकते हैं।



प्राथमिक शाला श्यामतराई की प्राचार्य सुश्री के शाज ने बताया कि पांच लाख रुपये मरम्मत के लिए आया था लेकिन शाला विकास समिति और ग्रामीणों द्वारा निर्णय लिया गया कि मरम्मत न करके नव निर्माण किया जाए। इसके बाद सब इंजीनियर से अनुमति लेकर पुराने भवन को तोड़कर नव निर्माण का कार्य चालू किया गया। इंजीनियर ने सभी सामान को नया लगाने के लिए कहा था, लेकिन पुराने भवन का दरवाजा और खिड़की रखा हुआ था इसलिए लगाया गया , पहले के मुकाबले भवन को थोडा छोटा किया गया है।



सरपंच अस्तला रूप मरकाम ने बताया कि पैसा मरम्मत के लिए आया था। शाला विकास समिति और सबकी राय से नव निर्माण कराया जा रहा है। पुराने भवन का दरवाजा और खिड़की रखा हुआ था इसलिए सबकी सहमति से लगाया गया। लेकिन भवन को अभी पहले के मुकाबले बड़ा किया गया है।

ग्रामीण अध्यक्ष टीकाराम साहू का कहना है कि शाला विकास समिति के सामूहिक निर्णय से इसका मरम्मत की जगह भवन का नव निर्माण किया जा रहा है, क्योंकि पुराना भवन काफी जर्जर हो चुका था। सीमित बजट होने के कारण अच्छे कंडीशन में रखे दरवाजे खिड़की को लगाया जा रहा है।



हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा