रायपुर, छत्तीसगढ़ में 1036 करोड़ रुपये की चिराग परियोजना को विश्व बैंक के मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के माध्यम से नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग और मुंगेली जिले में किसानों की आय में बढ़ोतरी का प्रयास किया जाएगा।


राज्य के जनसंपर्क विभाग ने बृहस्पतिवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विश्व बैंक ने 1036 करोड़ रुपये की चिराग परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस परियोजना के माध्यम से राज्य के बस्तर अंचल के आदिवासी किसानों के कृषि विकास, उनके पोषण स्तर में सुधार तथा कृषि उपजों के मूल्य संवर्धन से किसानों की आय में बढ़ोतरी का प्रयास किया जाएगा। चिराग परियोजना छह वर्ष के लिए है। विज्ञप्ति के अनुसार चिराग परियोजना बस्तर संभाग के सात जिलों के 13 विकासखण्डों बस्तर, बकावंड, बड़ेराजपुर, माकड़ी, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कटेकल्याण, सुकमा, छिंदगढ़, भैरमगढ़, भोपालपट्नम, चारामा और नरहरपुर तथा मुंगेली जिले के मुंगेली विकासखण्ड के एक हजार गांवों में क्रियान्वित की जाएगी।

इसके अनुसार परियोजना का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के अनुसार उन्नत कृषि, उत्तम स्वास्थ्य के लिए पोषण आहार में सुधार, कृषि और अन्य उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाना है।

विज्ञप्ति के अनुसार परियोजना के अंतर्गत समन्वित कृषि, भू और जल संवर्धन, उद्यान विकास, मत्स्य और पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन से संबंधित कार्य किए जाएंगे।