नयी दिल्ली: भारत में 93 दिन के बाद एक दिन में कोविड-19 के पांच हजार से ज्यादा नए मामले सामने आने से कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,31,90,282 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 28,857 पर पहुंच गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 5,233 नए मामले सामने आए हैं जबकि सात और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,24,715 हो गई है।

मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 28,857 हो गई जो कुल मामलों का 0.07 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.72 प्रतिशत है।

पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,881 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.72 प्रतिशत है। मंत्रालय के मुताबिक दैनिक संक्रमण दर 1.67 प्रतिशत है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.12 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 4,26,36,710 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है।

देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 194.43 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।

मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में संक्रमण से जिन सात लोगों की मौत हुई, उनमें से पांच मौतें केरल में, जबकि एक-एक व्यक्ति की मौत दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हुई।

देश में संक्रमण से अब तक 5,24,715 लोगों की मौत हुई है जिनमें महाराष्ट्र के 1,47,866, केरल के 69,801, कर्नाटक से 40,108, तमिलनाडु के 38,025, दिल्ली के 26,213, उत्तर प्रदेश के 23,523 और पश्चिम बंगाल के 21,205 मरीज शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक को अन्य बीमारियां भी थीं।

मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।