मेरठ, 25 अप्रैल (हि.स.)। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर भाजपा ने रामायण सीरियल में श्रीराम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है। मेरठ में पैदा हुए अरुण गोविल इसे फिर से अपनी कर्मभूमि बनाना चाहते हैं। बातचीत में अरुण गोविल कहते हैं कि अपनी जन्मभूमि को कर्मभूमि बनाकर विकास के कीर्तिमान स्थापित करूंगा।



मेरठ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल का जन्म मेरठ में ही हुआ और राजकीय इंटर कॉलेज मेरठ से शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता चंद्रप्रकाश गोविल मेरठ नगर पालिका में कार्यरत थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद अरुण गोविल मुंबई चले गए और अभिनय को अपना करियर बना लिया। रामायण में श्रीराम की भूमिका निभाकर पूरे देश में छा गए। 72 वर्ष की उम्र में भाजपा से राजनीति शुरू करने वाले अरुण गोविल बातचीत में कहते हैं कि उन्होंने राजनीति में आने के बारे में कभी नहीं सोचा था। 22 जनवरी को श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठ में उनके दर्शन करके अचानक जनसेवा का ख्याल आया। इसके बाद भाजपा ने चुनाव लड़ने के बारे कहा तो अपनी जन्मभूमि मेरठ से चुनाव लड़ने की बात कही।



अरुण गोविल बताते हैं कि मेरठ में यातायात जाम की समस्या सबसे ज्यादा है। चुनाव जीतने के बाद जाम से छुटकारे की कार्ययोजना बनवाई जाएगी। मेरठ में हवाई उड़ान के लिए प्रयास किए जाएंगे, जिससे दूसरे शहरों से कनेक्टिविटी हो। खिलाड़ियों के लिए खेल स्टेडियम का निर्माण और इनर रिंग रोड का निर्माण बहुत जरूरी है।



भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को विकसित बनाने में लगे हुए हैं। यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदी का है। उनके नाम पर ही जनता मुझे सेवा का मौका देगी। विकास की योजनाओं को पूरा करके अन्य विकास योजनाएं लागू की जाएगी।



मेरठ में रुकने के सवाल पर अरुण गोविल कहते हैं कि उन्होंने 22 वर्ष मेरठ में बिताए हैं। बच्चे रोजगार की तलाश में शहर से दूर जाते हैं। इसका मतलब यह नहीं होता कि वह मेरठ के नहीं रहे। मेरठ अब उनकी कर्मभूमि हैं और यहां पर्याप्त समय देंगे। लोगों को शिकायत का मौका नहीं देंगे। रोजगार के लिए आईटी पार्क को सुचारू रूप से शुरू कराया जाएगा। इसके साथ ही अन्य उद्योगों की स्थापना के लिए कार्य होगा। युवाओं को रोजगार उनकी प्राथमिकता में है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने पर कार्य होगा।



अरुण गोविल ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए उचित मंच पर प्रयास किए जाएंगे। बेंच स्थापना की लिए ईमानदारी से प्रयास होगा। नए उद्योग की स्थापना को आसान बनाने के प्रयास होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/राजेश