नई दिल्ली/चेन्नई: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे वैज्ञानिकों से फिर बातचीत करेंगे। वो  कोविड-19 (COVID-19) वैक्सीन विकसित करने में जुटे वैज्ञानिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रुबरू होंगे. ये वैज्ञानिक जिनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ रेड्डी से जुड़े हैं.


प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने इस बारे में जानकारी दी और कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) विकसित करने में शामिल तीन टीमों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत करेंगे.

जिन टीमों से वह बात करेंगे उनमें जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ रेड्डीज शामिल हैं.' बता दें कि पीएम मोदी ने दो दिन पहले ही अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे की यात्रा की थी. उन्होंने इन शहरों में कोरोना वायरस टीके के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की थी.

इस बीच चेन्नई के एक 40 वर्षीय शख्स को कोवीशील्ड वैक्सीन के गंभीर दुष्प्रभाव हुए हैं. खबर है कि वॉलंटियर को 1 अक्टूबर को वैक्सीन लगाई गई थी. 10 दिन बाद यानी 11 अक्टूबर को इस व्यक्ति को अचानक सर में दर्द शुरू हो गया. बाद में उस वॉलंटियर को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पत्नी का कहना है कई दिनों व्यक्ति अपने घर परिवार के लोगों को भी नहीं पहचान नहीं रहा था. साथ ही परिजनों का कहना है कि वो लगातार सिर में दर्द और चिड़चिड़ाहट की शिकायत कर रहा है.

अस्पताल में उस व्यक्ति के कई टेस्ट हुए और 26 अक्टूबर को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया. मगर व्यक्ति का दावा है कि वह अभी तक ठीक नहीं हो पाया है. उसका कहना है कि ये सब वैक्सीन की वजह से ही हुआ है क्योंकि कंपनी ने उसे न्यूरोलॉजिकल साइड इफेक्ट के बारे में कुछ भी नहीं बताया था. हालांकि ऐसी शिकायत किसी अन्य वालंटियर के साथ नहीं आई है.