गाजियाबाद/बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश), 23 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके से गत 20 नवंबर को 30 लाख रुपये की फिरौती के लिए अगवा की गई 11 साल की बच्ची का शव गिरफ्तार किये गये अपहरणकर्ताओं की निशानदेही पर बुलंदशहर के कोतवाली देहात इलाके में एक खेत से बरामद किया गया।

गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हरियाणा के सोनीपत स्थित टोकी मनोली गांव के रहने वाले सोनू नामक व्यक्ति की बेटी खुशी गाजियाबाद के नंदग्राम स्थित अपनी नानी के घर में रहती थी। उन्होंने बताया कि पिछली 20 नवंबर को वह घर से लापता हो गयी थी और उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।

मुनिराज जी. ने बताया कि अगले दिन अपहरणकर्ताओं ने बच्ची के पिता को फोन करके बच्ची के अपने पास होने की बात कहते हुए उनसे तीन दिन के अंदर 30 लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में बुलंदशहर निवासियों अमित, बबलू और गम्भीर को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों की निशानदेही पर खुशी का शव बुलंदशहर के कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित एक खेत में मिला।

मुनिराज ने बताया कि बबलू ने 20 नवंबर को मेला दिखाने के बहाने खुशी को अगवा किया था और फिर उसे अपने साथी अमित के हवाले कर दिया था। उन्होंने बताया कि उसके बाद अमित ने उसे गम्भीर के सुपुर्द कर दिया था।

उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने लड़की की गला दबाकर हत्या की थी क्योंकि वह उन्हें पहचान गयी थी। मुनिराज ने बताया कि बाद में उन्होंने उसका शव बुलंदशहर में फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।