नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को यहां तमिलनाडु हाउस के बाहर प्रदर्शन किया और राज्य सरकार पर लावण्या के लिए न्याय की मांग करने वाली ‘‘आवाजों को दबाने’’ का आरोप लगाया।

लावण्या ने जबरन धर्म परिवर्तन के बाद कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।

एबीवीपी ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु पुलिस ने लावण्या को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ 'क्रूर व्यवहार' किया।

एबीवीपी की राष्ट्रीय महासचिव निधि त्रिपाठी, इसके राष्ट्रीय सचिव मुथु रामलिंगम, तमिलनाडु इकाई की सचिव सुशीला और अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

एबीवीपी ने तमिलनाडु सरकार पर सेक्रेड हार्ट्स हायर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा लावण्या के लिए न्याय की मांग करने वाली आवाजों को दबाने का आरोप लगाया, जिसे कथित तौर पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके बाद लावण्या ने जहर खा लिया और 19 जनवरी को उसकी मौत हो गई थी।