नई दिल्ली : बढ़ते वजन को कंट्रोल करना टेढ़ी खीर साबित होता है। इसके लिए कड़ी मेहनत, निरंतरता और इच्छा शक्ति की बेहद जरूरत पड़ती है।

इसके बाद बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। विशेषज्ञ हमेशा मोटापे से परेशान लोगों को कैलोरी काउंट पर ध्यान देने की सलाह देते हैं।

इसके लिए कैलोरी गेन के समानुपात में कैलोरी बर्न भी करनी चाहिए। इसके अलावा, लिक्विड डाइट का भी सहारा ले सकते हैं। आइए, इसके बारे में सब कुछ जानते हैं-

लिक्विड डाइट क्या है

जैसा कि इसका नाम लिक्विड डाइट है। इसमें पोषक तत्वों और कैलोरी को लिक्विड के जरिए सेवन किया जाता है।

डॉक्टर हमेशा पाचन संबंधी समस्याओं और सर्जरी के बाद लिक्विड डाइट लेने की सलाह देते हैं। इससे पाचन क्रिया में दिक्कत नहीं होती है।

अगर किसी व्यक्ति को भोजन चबाने में दिक्कत होती है, तो लिक्विड डाइट का सेवन कर सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है लिक्विड डाइट

विशेषज्ञों की मानें तो साबुत (अनाज) के बदले तरल रूप में कैलोरी कम होती है। यह वजन घटाने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका असर कुछ समय के लिए होता है।

इसके अतिरिक्त लिक्विड डाइट के सेवन से मेटाबॉलिज़्म भी धीमा हो सकता है। वहीं, साबुत अनाज के सेवन से वजन बढ़ सकता है। हालांकि, इंस्टेंट बढ़ते वजन को घटाने के लिए लिक्विड डाइट बेस्ट है।

फॉलो करें ये टिप्स

-लिक्विड डाइट को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। डॉक्टर से सलाह के बाद ही इस डाइट को फॉलो करें।

-नियमित अंतराल पर लिक्विड का सेवन करें। इससे बार-बार खाने और भूख लगने की समस्या से निजात मिलता है। सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के बाद लिक्विड डाइट को न लें।

-लिक्विड डाइट लेते समय यह बात जरूर ध्यान रखें कि हर समय हायड्रेट रहें। साथ ही कैलोरी का अधिक सेवन न करें।

-आप चाहे तो अपनी अनुसार किसी विशेष डाइट के समय लिक्विड डाइट का सहारा ले सकते हैं। इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है।

वहीं, इससे एक फायदा यह होगा कि लिक्विड डाइट को ऑफ करने (छोड़ने) से वजन बढ़ने का खतरा नहीं रहता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें।

बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।