विश्वविद्यालय से डिग्री लेकर निकले विद्यार्थी अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र निर्माण में करें- नड्डा
-  प्रताप विश्वविद्यालय, जयपुर के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने वर्चुअल माध्यम से विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्री
- गरिमामय समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग का हुआ पूरा पालन


नेशनल दुनिया जयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने विश्वविद्यालय से डिग्री लेकर निकलने वाले सभी विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र निर्माण में करें। डिग्री में बेशक नाम आपका होता है, लेकिन माता-पिता और गुरुजनों से लेकर समाज के कई तबकों का इस डिग्री को पाने में योगदान होता है। उन्हें इन सबके ऋण और उनके प्रति अपने दायित्व का अहसास होने जरूरी है। नड्डा जयपुर जिले में चंदवाजी स्थित प्रताप विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दीक्षांत भाषण दे रहे थे। समारोह में नड्डा वर्चुअल माध्यम से जुड़े और इस साल शिक्षा पूरी करने वाले 807 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान कीं। नड्डा ने छात्रों से कहा कि एक ऐसा विश्वविद्यालय जिसने शिक्षा देने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण का भी काम कर रहा है, यह बहुत महत्वपूर्ण है। मैं सभी बच्चों से कहूंगा कि जिस महान व्याक्ति के नाम पर यह विश्वविद्यालय है, उनका नाम राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़ा है। यहां से निकले विद्यार्थी उसके नाम को चरितार्थ करते हुए समाज और राष्ट्र निर्माण में आगे आएं और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

आज हमारे विद्यार्थी जो शिक्षा प्राप्त करके नए जीवन में प्रवेश कर रहे हैं, शिक्षा की थ्योरी को समझकर जीवन के प्रेक्टिकल में इसे क्रियान्वित करने के लिए उतर रहे हैं। मैं इसके लिए सभी विद्यार्थियों को बधाई देता हूं।

देश की सेवा में आप खुद को समर्पित करेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है। pic.twitter.com/Sc70R4GdQZ

— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 29, 2020

उन्होने विद्यार्थियों से कहा कि डिग्री बेशक आपने हासिल कर ली हो पर इसमें मैं आ ही जाती है जो आनी भी चाहिए क्योंकि आपने इसे हासिल करने में बहुत मेहनत की है लेकिन मैं सभी विद्यार्थियों से कहना चाहूंगा कि मैं नहीं हम होना चाहिए। आपकी इस डिग्री को प्राप्त करने में माता-पिता, गुरुजनों सहित समाज के कई वर्गों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है तब जाकर आप डिग्री हासिल कर पाते हैं। आपकी यह शिक्षा आपके साथ-साथ समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए काम आए ऐसा आपका प्रयास होना चाहिए।
नड्डा ने डिग्री लेने वाले छात्रों से कहा कि आज हम सबके लिए यह महत्वपूर्ण दिन है। मैं अपनी ओर से आप सभी को बधाई देता हूं। आपने जीवन में शिक्षा पाई है उसका भरपूर उपयोग करते हुए देश और समाज की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान की भूमि का नमन करता हैं और प्रताप यूनिवर्सिटी ने महाराणा प्रताप से प्रेरणा लेकर शिक्षा के क्षेत्र में जो  कार्य किया है उसके लिए मैं विश्विविद्यालय प्रबंधन और सभी फैकल्टियों को साधुवाद देता हूं जिन्होंने इन बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान की है । उन्होंने कहा कि
भारत विश्व गुरु रहा है। नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय इसके प्रमाण हैं कि प्राचीन समय से भारत सबको शिक्षा देता रहा है। मन, दिल, बुद्धि और आत्मा इन सबका मिलन नहीं हो तब तब होलिस्टिक विचारधारा नहीं बनती है।

 

 नड्डा ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहता था परन्तु कोरोना महामारी का प्रकोप होने के कारण मैं वहां उपस्थित नहीं हो सका। मैं कुलाधिपति शैलेन्द्र भदौरिया को आश्वासन देना चाहता हूं कि आप जब कभी भी मुझे बुलाएंगे मैं जरूर वहां आऊंगा।

नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि भारत में आजादी के बाद से ही लार्ड मैकाले के समय की शिक्षा चली आ रही थी। मोदी ने इसमें बदलाव कर भारत को 2020 में नई शिक्षा नीति बनाई है। वह पूरे समाज सहित राष्ट्र को आगे लेकर जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के भारत की रीति-नीति से जुड़ी और उसको जानने वाली शिक्षा नीति बनेगी तो उससे भारत को लाभ मिलेगा। शिक्षा नीति के मुख्‍य बिन्दु  बताते हुए उन्होने कि – सबको शिक्षा मिले, हर एक को शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिले, एक व्यक्ति एक शिक्षा के साथ दूसरी शिक्षा भी ले सकता है, कंसेप्शलनली बच्चा कैसे मजबूत हो सकता है और पढ़ाई की भाषा मातृभाषा रहेगी ताकि बच्चा आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सके। आजाद भारत में 1986 के बाद 2020 में आई यह नीति ढाई-तीन लाख सुझावों के बाद आई है।
प्रताप विश्वविद्यालय जयपुर के ऑडिटोरियम में आयोजित दीक्षांत समारोह का लाइव प्रसारण यूनिवर्सिटी के फेसबुक और युट्यूब पेज पर भी किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी रही। कोरोना महामारी को देखते हुए आयोजन स्थल पर सोशल डिस्टेंसिग का पूरा ध्यान रखा गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। मुख्य अतिथि ने  मां सरस्वती और वीर महाराणा प्रताप के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित किया। 
इसके बाद लॉ की असिस्टेंटे प्रोफेसर स्वाति सिंघानिया ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को तुलसी का पौधा देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद कुलाधिपति शैलेंद्र भदौरिया , सह ट्रस्टी सुरभि भदौरिया, कुलपति डॉ. अभय कुमार को पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया गया। कुलपति ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की गतिविधियों का ब्यौरा दिया।
 मुख्य अतिथि नड्डा ने इसके बाद सभी संकायों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र मनीष कुमार (गणित विभाग) और  जितेंद्र कुमार कुशवाह मूल निवासी नेपाल ( कंप्यूटर साइंस) को वर्चुअल माध्यम से ही चांसलर गोल्ड मेडल अवार्ड के साथ उपाधि प्रदान की। इसी तरह बीना मेमोरियल गोल्ड अवार्ड सुप्रिया कुमारी और मनीषा को दिया गया। साथ ही नड्डा ने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को शपथ भी दिलाई।
 रसायन विभाग की अस्टिस्टेंट प्रोफेसर अविधा कुलश्रेष्ठ ने कार्यक्रम का किया। मुख्य अतिथि को जेपी नड्डा को आईटी हेड त्रिलोक सिंह रावत और मैनेजमेंट विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर शैलेंद्र चौहान ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। अंत में सह ट्रस्टी सुरभि भदौरिया सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके बाद सामूहिक रूप से राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।