मुंबई : बॉलीवुड के कई निर्माता-निर्देशकों ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार द्वारा ओवर-द- टॉप (ओटीटी) मंचों और डिजिटल मीडिया के लिए जारी दिशा-निर्देशों का स्वागत किया।

निर्माता एकता कपूर, निर्देशक प्रियदर्शन और विक्रम भट्ट ने कहा कि जिम्मेदारी के बिना रचनात्मक स्वतंत्रता नहीं हो सकती।

हालांकि, निर्देशक ओनिर ने दावा किया कि नए दिशा-निर्देश कलाकरों के पक्ष में नहीं हैं

ओटीटी मंच एएलटी बालाजी का संचालन करने वाली एकता कपूर ने कहा कि नए नियम प्रत्येक व्यक्ति के लिए स्तरीय मौके उपलब्ध कराएंगे।

'हेरा फेरी' और 'हंगामा' जैसी फिल्में बनाने वाले फिल्मकार प्रियदर्शन ने इसे सरकार द्वारा उठाया हुआ शानदार कदम करार दिया। वहीं, फिल्म निर्देशक भट्ट ने कहा कि नए दिशा-निर्देशों को सेंसरशिप के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए।

सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि खबर प्रकाशकों, ओवर-द- टॉप (ओटीटी) मंचों और डिजिटल मीडिया के लिए ‘आचार संहिता’ एवं त्रिस्तरीय शिकायत निवारण प्रणाली लागू होगी।

इन निकायों के लिए सॉफ्ट टच नियामक ढांचा स्थापित करने का प्रयास करते हुए सरकार ने कहा कि नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो जैसे ओटीटी मंचों को (दर्शकों की) उम्र पर आधारित पांच श्रेणियों- यू (यूनीवर्सल), यू/ए सात साल (से अधिक उम्र के), यू/ए 13 से (अधिक उम्र के), यू/ए 16 से (अधिक उम्र के) और ए (बालिग) में अपने आप को वर्गीकृत करना होगा।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददताओं से कहा कि ऐसे मंचों को यू/ए 13 (साल से अधिक उम्र) श्रेणी की सामग्री के लिए अभिभावक तालाबंदी प्रणाली तथा ए श्रेणी की सामग्री के वास्ते भरोसेमंद उम्र सत्यापन प्रणाली लागू करनी होगी।

'गहराइयां' और 'ट्विस्टिड' समेत कई वेब सीरीज बनाने वाले भट्ट ने कहा कि दर्शक जो सामग्री देखने जा रहे हैं, उसके बारे में सूचित किए जाने की आवश्यकता है।