7 जून रविवार की रात 12 बजकर 29 मिनट पर सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 21 जून की रात 11 बजकर 27 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर जायेंगे | नवग्रहों में सूर्य सर्वप्रमुख देवता हैं | सूर्यदेव को आत्मा का कारक माना गया है,यह पिता का प्रतिधिनित्व करते है। सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही संसार भर मे चेंज आएगा। कोरोना की इन्टेन्सिटी मध्यम पड़ेगी।

मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल साक्षात अग्नि है इस नक्षत्र मे सूर्य को बल मिलेगा। सूर्य इस दुनिया का सबसे बड़ा सैनिटाइजर है, सबसे बड़ा विषाणु नाशक है। सूर्य का यह गोचर कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। इसी गोचर के बीच 14 तारीख की रात सूर्य अपनी राशि का परिवर्तन करेगा और इसके साथ ही उसकी सोहबत मे भी बदलाव या जाएगा।

7 जून को सूर्य करेगा मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश, सिंह, कन्या सहित इन राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा अ- India TV Hindi
Image Source : TWITTER/SUMEDH9067 जून को सूर्य करेगा मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश, सिंह, कन्या सहित इन राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

7 जून रविवार की रात 12 बजकर 29 मिनट पर सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 21 जून की रात 11 बजकर 27 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर जायेंगे | नवग्रहों में सूर्य सर्वप्रमुख देवता हैं | सूर्यदेव को आत्मा का कारक माना गया है,यह पिता का प्रतिधिनित्व करते है। सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही संसार भर मे चेंज आएगा। कोरोना की इन्टेन्सिटी मध्यम पड़ेगी।

मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल साक्षात अग्नि है इस नक्षत्र मे सूर्य को बल मिलेगा। सूर्य इस दुनिया का सबसे बड़ा सैनिटाइजर है, सबसे बड़ा विषाणु नाशक है। सूर्य का यह गोचर कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। इसी गोचर के बीच 14 तारीख की रात सूर्य अपनी राशि का परिवर्तन करेगा और इसके साथ ही उसकी सोहबत मे भी बदलाव या जाएगा।

एक और महत्वपूर्ण खगोलीय घटना ये होगी कि सूर्य के इसी नक्षत्र मे गोचर के अंतिम दिन यानि 21 जून को दोपहर पहले सूर्य को ग्रहण लगेगा। इसमे जानने और ध्यान देने की बात ये है कि उस दिन ग्रहण स्पर्श के समय सूर्य और चंद्रमा दोनों ही  मृगशिरा नक्षत्र मे होंगे जबकि ग्रहण मोक्ष के समय चंद्रमा आर्द्रा नक्षत्र मे जा चुका होगा और उसी रात 11:28 पर सूर्य भी आर्द्रा नक्षत्र मे चला जाएगा। सूर्य के इस गोचर से किसको क्या फायदा होगा। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से। 

मेष राशि 

सूर्य का यह गोचर आपकी कुंडली के दूसरे और तीसरे खाने के बीच होगा इसके असर से 14 जून की रात तक सूर्य आपको उत्तम फल देगा, उसके बाद आपको अपने हाइजीन पर विशेष ध्यान देना होगा। अच्छे फल पाने के लिए इस पूरे समय मे किसी से गेहूं या बाजरा मुफ़्त मे न लें और अगर आपकी उम्र इस समय 17 या 34 साल की है तो पूरे गोचर के दौरान रोज सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करें।

वृष  राशि 
सूर्य के इस गोचर के असर से आपकी बहन को स्वास्थ्य संबंधी देखभाल की जरूरत पड़ेगी। आप मंदिर या धर्म शाला बनवाने का प्लान बनाएंगे और आपको शीघ्रता से इस काम मे मदद भी मिल जाएगी। 15 जून के बाद आपको भारी धन लाभ होगा। घर मे पानी के नलके मे कुछ सुधार करने से फायदा होगा।