काठमांडू : नेपाल ने भारतीयों सहित देश में फंसे सात हजार से अधिक विदेशी नागरिकों को उनके देशों द्वारा निकाले जाने के लिए विशेष उड़ानों को इजाजत दे दी है। ये विदेशी नागरिक नेपाल में चिकित्सकीय सुविधाओं की कमी के बीच कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए नेपाल सरकार द्वारा सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित किये जाने के चलते यहां फंस गए हैं।

नेपाल की सरकार द्वारा लॉकडाउन दो सप्ताह के लिए बढ़ाए जाने और भारत के लिए दो साप्ताहिक बबल सेवाओं को छोड़कर सभी उड़ानें रद्द किये जाने के बाद विदेशी पर्यटक देश में कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के बाद काठमांडू से बाहर निकलने का बेचैनी से इंतजार कर रहे हैं।

विदेशी दूतावासों ने फंसे ट्रैकर्स और पर्वतारोहियों को निकालने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।

‘काठमांडू पोस्ट’ के अनुसार लगभग 2,000 भारतीयों सहित 7,000 से अधिक विदेशियों के नेपाल में फंसे होने का अनुमान है।

समाचारपत्र ने नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के महानिदेशक राजन पोखरेल के हवाले से कहा, ‘‘हमने नेपाल में विदेशी दूतावासों के अनुरोध के आधार पर कुछ निकासी उड़ानों को अनुमति दी है।’’

निकासी उड़ानें शुक्रवार को शुरू हुईं और नेपाल की निजी उड़ान कंपनी श्री एयरलाइंस ने थाईलैंड के नागरिकों और नेपाली छात्रों को लेकर बैंकॉक के लिए उड़ान भरी।

सरकार ने भारतीय दूतावास को अपने फंसे हुए उन नागरिकों को निकालने की अनुमति दे दी है जो रोजगार के लिए सऊदी अरब जाने के लिए काठमांडू का उपयोग पारगमन बिंदु के रूप में कर रहे थे।

पोखरेल के अनुसार, नेपाल में करीब 2,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं।