इस्लामाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने  कहा कि वह पाकिस्तान एवं भारत के बीच अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन जबतक राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है तब तक ऐसा होने की ‘गुजाइंश नहीं’ है।

ब्रिटिश अखबार ‘द टेलीग्राफ’ को सोमवार को दिये साक्षात्कार में खान (70) ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यदि दोनों पड़ोस देश एक-दूसरे के साथ व्यापार स्थापित करते हैं तो क्या आर्थिक फायदे हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ फायदे तो काफी होंगे।’’ लेकिन तब उन्होंने दलील दी कि कश्मीर मुद्दा मुख्य बाधक है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि यह संभव है। लेकिन भाजपा सरकार बहुत कट्टर है तथा उसका इन मुद्दों पर राष्ट्रवादी दृष्टिकोण है।’’

अखबार ने उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘‘ यह निराशाजनक है , क्योंकि आपके पास (हल के लिए) कोई गुजाइंश नहीं है, वे राष्ट्रवादी भावनाएं भड़काते हैं। एक बार राष्ट्रवाद का यह जिन्न बोतल से बाहर आ गया तो उसे वापस डालना बड़ा मुश्किल होता है।’’

हालांकि, भारत ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह आतंकवाद, दुश्मनी एवं हिंसा से मुक्त माहौल में उसके साथ सामान्य पड़ोसी जैसा संबंध रखना चाहता है।