पणजी: गोवा विधानसभा चुनाव की मतगणना के शुरुआती रुझान तटीय राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के संकेत दे रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के साथ मिलकर सरकार बनाने की ‘हैट्रिक’ लगा सकती है।

गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों के शुरुआती रुझानों के मुताबिक, भाजपा 19 तो कांग्रेस 10, एमजीपी चार और आम आदमी पार्टी (आप) दो सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, गोवा फॉर्वर्ड पार्टी (जीएफपी) और रिवोल्यूशनरी गोअन्स पार्टी (आरजीपी) के उम्मीदवार एक-एक, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।

एक वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि चूंकि गोवा में कोई भी पार्टी अपने दम पर बहुमत (21 सीटें) का आंकड़ा छूती नजर नहीं आ रही है, ऐसे में राज्य में अगली सरकार के गठन में एमजीपी अहम भूमिका निभा सकती है।

उन्होंने कहा कि एमजीपी के उप-मुख्यमंत्री पद और अहम मंत्रालयों के बदले भाजपा का समर्थन करने की गुंजाइश ज्यादा दिख रही है।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में गोवा के मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमोद सावंत राज्य की सांखली सीट पर आगे चल रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे, जो मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, वालपोई क्षेत्र में बढ़त बनाए हुए हैं।



गोवा की 40 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को हुए चुनाव में डाले गए मतों की गणना जारी है।

राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा जहां लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है। वहीं, विपक्षी कांग्रेस पूर्ण बहुमत की उम्मीद कर रही है, ताकि 2017 के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, पर भाजपा ने अन्य दलों के साथ गठबंधन कर उसे सरकार बनाने से वंचित कर दिया था।