पणजी: गोवा विधानसभा के अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने कहा है कि राज्य में हाल ही में आठ कांग्रेस विधायकों के समूह का सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में विलय संवैधानिक नियमों के अनुसार हुआ।

तावड़कर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हाल के समय में राजनीति का स्वरूप बदला है और राजनीति अब अधिक ‘जीवंत’ हो गई है।

बीते 14 सितंबर को गोवा में कांग्रेस के 11 विधायकों में से आठ भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के भाजपा में विलय को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया था।

पिछले महीने के राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर तावड़कर ने कहा कि विलय संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी से दो-तिहाई विधायकों का समूह अलग हो गया, जिनका भाजपा में विलय हुआ। सब कुछ नियम पुस्तिका के मुताबिक हुआ।’’

तावड़कर ने कहा कि जब कांग्रेस में यह विघटन हुआ, तब वह दिल्ली में थे, लेकिन उसी दिन वह राज्य की राजधानी पणजी लौट आए और सभी औपचारिकताओं को पूरा किया।

तावड़कर ने कहा, ‘‘यह अचानक हुआ। मैं समझता हूं कि उन्होंने भी यह फैसला अचानक ही लिया।’’

यह पूछे जाने पर क्या किसी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले विधायकों का बिना कोई चुनाव लड़े दूसरी पार्टी में चले जाना लोकतंत्र में स्वस्थ परंपरा है, तावड़कर ने कहा कि इन विधायकों को शायद लगा होगा कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) उन्हें न्याय नहीं दे पाएगी, इसलिए वे भाजपा में आ गए।

उन्होंने कहा, ‘‘हाल के समय में राजनीति का स्वरूप बदला है। अब राजनीति अधिक जीवंत हो गई है। विधायकों को अपने कार्यकाल के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र के समग्र विकास के बारे में सोचना होगा।’’