गुरुग्राम (हरियाणा) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को जीवन में अनुभव और प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह ‘‘उतना ही जरूरी है जितना कि साक्षर होना।’’

खट्टर ने गुरुग्राम स्थित लघु सचिवालय में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि जीवन अध्ययन का नाम है और हम सभी को जीवनपर्यंत अध्ययन करना चाहिए। हालांकि, प्रशिक्षण और कड़ी मेहनत दो आवश्यक चीजें हैं जो विकास को सुनिश्चित करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1980 से 2014 के बीच उनके जीवन के 34 साल में प्रशिक्षण रोचक विषय रहा था।

उन्होंने कहा, ‘‘किताबों से प्राप्त ज्ञान किसी को सफल बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है। हालांकि,प्रशिक्षण कम समय में और सीमित संसाधनों में अधिकतम परिणाम हासिल करने के लिए जरूरी है।’’ खट्टर ने कहा, प्रशिक्षण निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो व्यक्ति इस भ्रम में रहता है कि वह सबकुछ जानता है, वह जीवन में आगे बढ़ने के अवसर को खो देता है।

उन्होंने कहा कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है। खट्टर ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने 40 साल की उम्र में कंप्यूटर सीखा और उन्हें यह कहने में खुशी होती है कि इससे उन्हें लाभ हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी वह बैठक करते हैं तो अधिकारी तैयार होकर आते हैं क्योंकि उन्हें (अधिकारियों को) को यह अंदेशा रहता है कि कमियों को वह पकड़ लेंगे।

इस बीच, खट्टर ने गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर में शनिवार को ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ मास्टर प्रिंटर्स (एआईएफएमपी) की नयी इमारत की आधारशिला रखी।