सिरमौर (हिप्र) : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बृहस्पतिवार को पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली के अपने वादे को पर जोर दिया और कहा कि यह कोई ‘जुमला’ नहीं है जिसे पूरा नहीं किया जा सके।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर उन पर परोक्ष रूप से पलटवार करते हुए कहा कि सबको पता है कि आजादी के बाद किसने स्थिर सरकारें दीं और किसने ‘‘विधायक खरीदकर’’ सरकारें गिराई हैं।

उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन अपनी सिरमौर में बड़ी सभा को संबोधित किया और लोगों का अभिवादन भी किया।

कांग्रेस नेता ने लोगों का आह्वान किया कि सोच-समझकर वोट करें और किसी की बातों से गुमराह नहीं हों।

हिमाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार खत्म हो गया।

प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘भाजपा के बड़े नेताओं ने कहा कि कांग्रेस आपको स्थिर सरकार नहीं दे सकती। आजादी के बाद स्थिर सरकारें किसने दीं और किसने अस्थिरता फैलाई? पैसे से विधायकों को खरीदकर सरकारों को गिराने वाले कौन हैं?’’

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्य में एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस स्थिर सरकार नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस यदि राज्य में सरकार बनाती है तो केवल विकास को बाधित ही करेगी।

प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के एक और बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘आपसे कहा जाता है कि दवाई बदलेंगे तो मरीज ठीक नहीं होगा। ऐसे लगता है कि हिमाचल प्रदेश बीमार है। यह सब फिजूल की बाते हैं। आप सब जानते हैं।’’ उनका कहना था, ‘‘इस मंच से आपसे कोई भी कुछ भी कह सकता है। आज की राजनीति में देख रहे हैं कि पैसे और झूठ का बोलबोला है। नेता कुछ भी वादा करते हैं। पांच साल बाद आपको पता चलता है कि कुछ नहीं हुआ है।’’

प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं आपसे यह आग्रह करना चाहती हूं कि आप अपनी परिस्थितियों और अपने अनुभव के आधार पर वोट करिये।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज हिमाचल प्रदेश पर 70 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। आज 15 लाख नौजवान बेरोजगार हैं। आज हिमाचल प्रदेश में 63 हजार पद खाली पड़े हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने नौकरी नहीं दी।’’

उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल करने का फैसला होगा।

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओपीएस लागू है। भाजपा के लोग कहते हैं कि ओपीएस के लिए पैसे कहां से आएंगे। उनसे मैं पूछना चाहती हूं कि उद्योगपति मित्रों के कर्ज माफ करने के लिए पैसे कहां से आते हैं?’’

उन्होंने कहा कि ओपीएस कोई ‘जुमला’ नहीं है और सरकार बनते ही इसे पहले फैसले के तौर पर लागू किया जाएगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीयत ठीक नहीं है।

उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘कांग्रेस मानती है कि देश के निर्माण में अपना योगदान देने वाले कर्मचारियों को पेंशन मिलनी चाहिए, ताकि वे बुढ़ापे में आत्म​निर्भर रह सकें। यह हर कर्मचारी का हक है।’’

प्रियंका गांधी का कहना था, ‘‘इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों ने पुरानी पेंशन स्कीम लागू कर दी। कांग्रेस पार्टी का संकल्प है कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी सरकार बनते ही पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी।’’ कांग्रेस महासचिव ने रैली में कहा, ‘‘मेरी दादी (इंदिरा गांधी) का आपके साथ रिश्ता है। मैं उस रिश्ते को निभा रही हूं। मैं भी यहीं की निवासी हूं। मेरे परिवार ने इस देश के लिए जान दी है। हिमाचल प्रदेश के लाखों लोगों ने भी इस देश के लिए कुर्बानी दी है।’’

प्रियंका गांधी को दोहपर में शिमला के माल रोड पर घर घर जाकर प्रचार करना था, लेकिन वह नहीं पहुंच सकीं।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि दृश्यता ठीक नहीं होने के कारण वह हेलीकॉप्टर से शिमला नहीं आ सकीं।

प्रियंका गांधी की गैरमौजूदगी में कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने घर घर जाकर प्रचार किया। इस दौरान वहां से एक एंबुलेंस गुजरी जिसे कांग्रेस के दोनों नेताओं ने अपना प्रचार अभियान छोड़कर रास्ता दिया।

राजीव शुक्ला ने दावा किया कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।

उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी दावे किए हैं उन्हें सरकार बनते ही लागू किया जाएगा।

राज्य की सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। आठ दिसंबर को मतगणना होगी।