शिमला : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में शिमला शहरी सीट से संजय सूद को मैदान में उतारा है, जो पिछले 30 साल से यहां एक बस स्टॉप के पास चाय की दुकान चला रहे हैं।

भाजपा की शिमला जिला इकाई के अध्यक्ष रह चुके और विगत में पार्टी की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष के रूप में काम कर चुके सूद ने कहा, "मैंने कड़ी मेहनत की है।"

उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य में पार्टी द्वारा किए गए विकास कार्यों के आधार पर हिमाचल प्रदेश में उसकी सत्ता बरकरार रहेगी।

शिमला जिले में आठ विधानसभा सीट है - शिमला (शहरी), शिमला (ग्रामीण), चौपाल, जुब्बल कोटखाई, कसुम्प्टी, रामपुर, रोहड़ू और ठियोग।

सूद पिछले कुछ हफ्तों से चुनाव प्रचार में व्यस्त थे, लेकिन इस दौरान भी उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई भाजपा नेताओं को चाय परोसने के लिए समय निकाला, जो उनकी चाय की दुकान पर आए थे।

कांग्रेस के हरीश जनार्थ, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकेंद्र सिंह पंवार और आम आदमी पार्टी(आप) के चमन राकेश सहित कुल सात उम्मीदवार शिमला शहरी सीट पर मैदान में हैं।

जनार्थ ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा ने विकास के खोखले दावे किए। उनका कहना था, "ज्यादातर स्थानों पर पार्किंग की समस्या है, ट्रैफिक जाम की समस्या है। शिमला ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां हर दिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं, इसलिए यातायात का उचित प्रबंधन किया जाना चाहिए। पानी से संबंधित मुद्दे भी हैं। कांग्रेस के सत्ता में आने पर, हम एक योजना तैयार करेंगे, जिसे वार्डवार क्रियान्वित किया जाएगा।’’

सूद की भांति कई छोटे विक्रेताओं को उम्मीद है कि नयी सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी, जो कचरा की अधिक मात्रा से लेकर भीषण सर्दियों में रोजगार की कमी तक है।

किराना दुकान चलाने वाले दिलीप गुप्ता ने कहा कि सरकार को उनके जैसे छोटे दुकानदारों के लिए कचरा संग्रहण और बिजली की दरों में कमी लानी चाहिए।

पानी-पुरी विक्रेता अमर सिंह ने कहा, " कड़ाके की सर्दी के मौसम में, मुझे लगभग दो महीने तक काम बंद रखना होगा, क्योंकि उस दौरान बहुत कम ग्राहक आते हैं। सरकार को इस दौरान मेरे जैसे लोगों की मदद करने के लिए कोई रास्ता निकालना चाहिए।’’

हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 नवंबर को चुनाव होंगे और आठ दिसंबर को मतगणना की जाएगी।