जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना के दो कर्मी शहीद हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि जिले के मेंढर उप-संभाग के जंगली इलाके में अभियान अब भी जारी है।

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने कहा, 'मेंढर उप-संभाग के नर खास जंगल के सामान्य क्षेत्र में चल रहे आतंकवाद-रोधी अभियान में बृहस्पतिवार की शाम सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई।'

उन्होंने कहा कि गोलीबारी के दौरान सेना के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। ऑपरेशन अभी भी जारी है।

इससे पहले, पीआरओ ने कहा था कि एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि शव की पहचान एक जवान के रूप में हुई, न कि जेसीओ के रूप में।

पीआरओ ने कहा कि मुठभेड़ में राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी (26) और योगंबर सिंह (27) की मौत हो गई। उन्होंने अनुकरणीय साहस, तत्परता का परिचय दिया और ड्यूटी पर तैनात रहते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।

उन्होंने कहा, 'देश इन बहादुरों के सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा।'

पीआरओ ने बताया कि राइफलमैन नेगी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले के विमान गांव के निवासी थे, जबकि राइफलमैन सिंह भी राज्य के चमोली जिले के संकरी गांव के रहने वाले थे।

पुंछ के सुरनकोट इलाके में डेरा की गली (डीकेजी) में 12 अक्टूबर को हुई एक मुठभेड़ में एक जेसीओ सहित पांच सैन्य कर्मी मारे गए थे। वहीं, 12 सितंबर को राजौरी के मंजाकोट के ऊपरी इलाकों में तलाश अभियान के बाद सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया था। 19 अगस्त को राजौरी के थानामंडी इलाके में हुई मुठभेड़ में एक जेसीओ की जान चली गई थी। छह अगस्त को थानामंडी सीमवर्ती इलाके के पास हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए थे।