रांची : झारखंड के लोकायुक्त न्यायमूर्ति ध्रुवनारायण उपाध्याय का कोरोना संक्रमण के चलते मंगलवार तड़के दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विग्यान संस्थान में निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे। उनके निधन पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत कई लोगों ने शोक जताया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि न्यायमूर्ति उपाध्याय का तड़के निधन हो गया। इस वर्ष 15 मई को वह कोरोना संक्रमित पाये गये थे। इसके बाद उन्हें रांची के बरियातू स्थित रामप्यारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में तबियत बिगड़ने पर उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन स्थिति न सुधरने पर 11 जून को उन्हें नयी दिल्ली स्थित एम्स ले जाया गया।

वह फरवरी 2022 में लोकायुक्त पद से सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनका जन्म 10 अगस्त 1954 को जमशेदपुर में हुआ था। उन्होंने आर डी टाटा हायर सेकेंडरी स्कूल जमशेदपुर से अपनी विद्यालयीय शिक्षा पूरी करने के बाद कोऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर से स्नातक और एलएलबी किया था।

झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने न्यायमूर्ति उपाध्याय के निधन पर गहरा दुःख एवं शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि उनके निधन से न्यायिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। वहीं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि न्यायिक क्षेत्र में कार्य करते हुए न्यायमूर्ति उपाध्याय ने कई दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

केन्द्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी न्यायमूर्ति उपाध्याय के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को चिरशांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व विधानसभाध्यक्ष सीपी सिंह एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी न्यायमूर्ति उपाध्याय के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।