रांची, 14 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होगा। इसके मद्देनजर गुरुवार को विधानसभा स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, आजसू विधायक लंबोदर महतो, भाकपा माले विधायक विनोद सिंह सहित सरकार के वरीय अधिकारियों संग एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें सत्र की तैयारियों और इसके सफल संचालन के साथ-साथ सत्र के दौरान होने वाली सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई।

बैठक शुरू होने से पहले स्पीकर रवींद्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री सह सदन के नेता हेमंत सोरेन, विधायक लंबोदर महतो और विनोद सिंह नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को उनके चैंबर में ले गए। इसके लिए अमर बाउरी ने सबका आभार भी व्यक्त किया।

संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार विपक्ष के हर सवाल का सामना करने को तैयार है। भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विपक्ष सत्र के दौरान प्रदेश की जनता के वाजिब मुद्दों को लेकर सकारात्मक भूमिका निभाए। हालांकि, मुख्य विपक्षी दल भाजपा और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी शीत सत्र में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले सैकड़ों करोड़ रुपये की बरामदगी के मामले को लेकर जोरदार आवाज उठाने और सरकार से जवाब मांगने के लिए कमर कस कर बैठी है।

नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सत्र के दौरान भाजपा की तैयारियों को लेकर कहा कि भाजपा के पास सरकार को घेरने के लिए इस बार मुद्दों की कोई कमी नहीं है। युवाओं की बेरोजगारी से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं के टलने, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिए जाने का मुद्दा अहम है। उन्होंने कहा कि धीरज साहू प्रकरण को लेकर भी सरकार को घेरने का काम किया जाएगा। मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि भ्रष्टाचार के अलावा धीरज साहू बड़ा मुद्दा है। मुख्यमंत्री को छह बार ईडी के समन के बावजूद उनका ईडी दफ्तर नहीं जाना गहरा सवाल है। मुख्यमंत्री संवैधानिक संस्था को धता बताने में लगे हैं।