रांची, 2 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से शुक्रवार रात कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड के यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल हादसे से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए झारखंड के 15 श्रमिकों और उनके परिजनों से मुलाकात की। इससे पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के श्रमिकों और उनके परिजनों को शुक्रवार रात एयरलिफ्ट कराकर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची लाया गय।



रांची आने वाले श्रमिकों में श्री विश्वजीत कुमार वर्मा (गिरिडीह), सुबोध कुमार वर्मा (गिरिडीह), अनिल बेदिया (रांची) राजेंद्र वेदिया (रांची) सुकराम बेदिया (रांची), टिंकू सरदार (पूर्वी सिंहभूम), गुणधार नायक (पूर्वी सिंहभूम) रंजीत लोहार (पूर्वी सिंहभूम) रविंद्र नायक (पूर्वी सिंहभूम) समीर नायक (पूर्वी सिंहभूम) भुक्तु मुर्मू (पूर्वी सिंहभूम), महादेव नायक (पश्चिमी सिंहभूम), चमरा उरांव (खूंटी), श् विजय होरो (खूंटी), गणपति होरो (खूंटी) शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी श्रमिकों के साथ राज्य सरकार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने श्रमिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए कई योजनाओं को शुरू किया है। जल्द देश के लगभग एक दर्जन राज्यों से एक इकरारनामा करने हेतु प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस इकरारनामा के तहत प्रवासी मजदूरों को हमारी सरकार हरसंभव मदद कर सकेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हुनरमंद बनाने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। विगत कुछ महीनों में ही युवाओं को हुनरमंद बनाकर कई निजी क्षेत्रों में हजारों नौकरियां दी गयी हैं। इसके साथ-साथ सरकार सरकारी नौकरियों के तहत भी नियुक्तियां दे रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप श्रमिक भाइयों के टनल हादसे में फंसने की सूचना मिली तब आपके परिजनों के साथ-साथ पूरे राज्यवासियों के लिए भी काफी चिंता और डरावना का समय रहा। हम सभी लोग आपके सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के साहस, धैर्य और बहादुरी की भी सराहना की।



मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों को उपस्थित श्रमिकों को 1 करोड़ 11 लाख रुपए से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने हेतु निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को अबुआ आवास योजना, पेंशन योजना, आयुष्मान कार्ड, कृषि यंत्र, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, पशुशेड योजना, ग्राम गाड़ी योजना समेत अन्य योजनाओं से आच्छादित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि कहा कि मैं स्वयं आपके रोजगार और आपको दिए जाने वाले योजनाओं की मॉनिटरिंग करूंगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे आप सभी श्रमिक सकुशल अपने राज्य एवं घर आ वापस आ गए हैं, यह आपके परिवारजनों के साथ-साथ पूरे राज्यवासियों के लिए खुशी की बात है। मुख्यमंत्री ने सभी श्रमिकों को अंग वस्त्र और शॉल भेंटकर अपनी ओर से शुभकामनाएं दीं।