बेंगलुरु, : कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में बने रहने के लिए जरूरी 150 सीट जीतने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को लेकर चल रही है और उन करीब 60 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी ताकत झोंक रही है जहां वह कमजोर है या कभी चुनाव नहीं जीती।

भाजपा नेता इन विधानसभा क्षेत्रों में दौरे कर रहे हैं, कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, नए चेहरों की तलाश की जा रही है या दूसरे दलों के ऐसे उम्मीदवारों को जोड़ा जा रहा है जिनके जीतने की संभावना है।

प्रदेश भाजपा महासचिव महेश तेंगीनकाई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम इन सीट को तीन श्रेणियों में बांटकर उन पर काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की अगुवाई में पार्टी नेताओं का एक दल प्रदेश का दौरा कर रहा है, वहीं दूसरा दल प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील के नेतृत्व में राज्य की यात्रा पर निकला है।

कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव मई में होना है।

तेंगीनकाई ने कहा, ‘‘करीब 60 सीट ऐसी हैं जहां भाजपा कमजोर है या कभी नहीं जीती। इनमें से अधिकतर मैसूरु या ओल्ड मैसुरु क्षेत्र में हैं और हमारा ध्यान इन पर ज्यादा है। हम अभी इस दिशा में काम कर रहे हैं और दिसंबर तक हमारे पास यह आंकड़ा हो सकता है कि इनमें से कितनी सीट हम जीत पाएंगे।’’

उक्त क्षेत्र वोक्कालिगा समुदाय से संबंधित है जहां कांग्रेस एवं जनता दल सेकुलर का प्रभाव रहा है।

ओल्ड मैसुरु क्षेत्र में 89 सीट हैं जो दक्षिण कर्नाटक के 11 जिलों में हैं। भाजपा का ध्यान इस क्षेत्र पर बना हुआ है।