बेंगलुरु : कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार के समक्ष कड़ा लॉकडाउन लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए कम से कम तीन-चार सप्ताह के कड़े कदमों की जरूरत है।

उन्होंने कलबुर्गी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य सरकार के समक्ष पूर्ण लॉकडाउन लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। हम चाहते हैं कि लोग नियमों का सख्ती से पालन करें।’’

वह राज्य में कई स्थानों पर लॉकडाउन के उल्लंघन के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

कर्नाटक ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 27 अप्रैल की रात से 12 मई तक लॉकडाउन लगा रखा है।

राज्य में एक दिन में महामारी के 48,000 से अधिक मामले सामने आए हैं जिनमें आधे से ज्यादा बेंगलुरु में हैं।

कर्नाटक में चार लाख उपचाराधीन मामले हैं और राज्य में पिछले साल महामारी की शुरुआत होने के बाद से 15,523 लोगों की मौत इस घातक विषाणु संक्रमण से हो चुकी है।

सुधाकर ने 18 साल से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य में पर्याप्त टीके नहीं पहुंचे, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने तीन लाख टीकों के उपलब्ध भंडार के साथ संबंधित आयु समूह के टीकाकरण की प्रतीकात्मक शुरुआत की।