हैदराबाद/बेंगलुरु : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बृहस्पतिवार पर एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा और राज्य में सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष राव ने साल में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रदेश की यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात नहीं की।

मोदी ने राव पर निशाना साधते कहा कि ‘परिवारवादी’ दल देश की राजनीति की समस्या हैं तो प्रधानमंत्री के हैदराबाद पहुंचने से कुछ घंटे पहले बेंगलुरु में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ से मिलने के लिए रवाना हो गए राव ने कहा कि ‘भाषणबाजी’ का कारोबार कम हो रहा है, देश की जीडीपी रसातल में जा रही है और डॉलर के मुकाबले रुपया बहुत नीचे चला गया है। राव ने कहा कि समाज के सभी वर्ग परेशान हैं।

मोदी ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस का नाम लिये बगैर देश में ‘पारिवारिक दलों’ पर निशाना साधा। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सत्ता में आएगी।

भाजपा ने राज्य में हाल में दो विधानसभा उपचुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे पहले 2020 में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में उसका शानदार प्रदर्शन रहा।

राव पर परोक्ष निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अंधविश्वासी लोग कभी तेलंगाना के सामर्थ्य के साथ न्याय नहीं कर सकते।’’

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक व्यक्ति होने के बावजूद विज्ञान में भरोसा करते हैं।

हैदराबाद में एक आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंचे मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यहां हवाई अड्डे से बाहर निकलने के बाद मैं तेलंगाना में जो हवा बहती महसूस कर रहा हूं और मैं जो नजारा देख रहा हूं, मैं इस गर्मी में आपका जो उत्साह देख रहा हूं, मैं कह सकता हूं कि हमारे संघर्ष का फल मिल रहा है।’’

राव 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका पाने और अगले साल तेलंगाना चुनाव में फिर जीतने के उद्देश्य से देश में जगह-जगह जा रहे हैं। उन्होंने पड़ोस में कर्नाटक के बेंगलुरु में देवगौड़ा से मुलाकात की और यह भी कहा कि संभावित महागठबंधन पर कोई ‘सनसनीखेज खबर’ आ सकती है।

इससे पहले फरवरी में, प्रधानमंत्री ‘समानता की प्रतिमा’ का अनावरण करने के लिए यहां आए थे जो संत रामानुजाचार्य की विशाल प्रतिमा है। तब राव ने खराब सेहत का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं की थी।

मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में विभिन्न चुनावों में भाजपा की जीत इस बात का स्पष्ट संकेत है कि लोगों ने तेलंगाना में बदलाव लाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि ‘‘तेलंगाना में अब भाजपा का आना तय’’ है।

मोदी ने परिवारवाद वाले राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे दल न केवल भारत की राजनीतिक समस्या हैं, बल्कि ‘‘देश के लोकतंत्र के और इसके युवाओं के सबसे बड़े दुश्मन भी हैं’’।

मोदी ने टीआरएस पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘‘परिवारवादी दल केवल भारत की राजनीतिक समस्या नहीं हैं। ‘परिवारवाद’ और ‘परिवारवादी’ दल देश के लोकतंत्र और युवाओं दोनों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।’’

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि किस तरह परिवारों द्वारा संचालित दल अपने खुद के कल्याण में दिलचस्पी रखते हैं। मोदी ने कहा कि ये दल कभी गरीब जनता की दिक्कतों का ख्याल नहीं रखते।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने देखा है कि किस तरह भ्रष्टाचार एक परिवार को समर्पित राजनीतिक दलों का चेहरा बन गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को परिवार के शासन के कारण राजनीति में आने का अवसर नहीं मिलता। मोदी ने कहा कि इससे युवाओं के सारे सपने चकनाचूर हो जाते हैं।

मोदी ने कहा कि इसलिए 21वीं सदी के भारत के लिए ‘परिवारवाद’ और परिवार संचालित दलों से मुक्ति एक संकल्प और एक ‘नैतिक आंदोलन’ भी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की लड़ाई तेलंगाना के भविष्य के लिए तथा उसके आत्मसम्मान और पहचान के लिए है।

मोदी ने कहा कि अलग तेलंगाना राज्य के लिए दशकों तक चले आंदोलन में हजारों लोगों ने बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि आंदोलन इसलिए नहीं था कि एक परिवार तेलंगाना के विकास के सपनों को कुचल दे।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना का आंदोलन इसलिए नहीं था कि एक परिवार अनेक तरीके अपनाकर राज्य को बर्बाद करने की नयी साजिशें रचे।

तेलंगाना का गठन 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग करके किया गया था।

मोदी ने तेलंगाना में भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की और कहा कि पूरा देश उनकी योग्यता को देख रहा है क्योंकि वे दमन और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ रहे हैं।

उन्होंने टीआरएस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वो लोग तेलंगाना को तुष्टीकरण का केंद्र बनाने में लगे हैं। हम तेलंगाना को प्रौद्योगिकी का केंद्र बनाना चाहते हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना को एक ईमानदार और प्रगतिशील सरकार चाहिए और अकेले भाजपा ऐसी सरकार दे सकती है। उन्होंने प्रौद्योगिकी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि कुछ लोग 21वीं सदी में भी अंधविश्वास के गुलाम बने हुए हैं और वे अपने अंधिवश्वास में किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

राव पर परोक्ष निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘‘अंधविश्वासी लोग कभी तेलंगाना के सामर्थ्य के साथ न्याय नहीं कर सकते।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हम हमारे तेलंगाना को ऐसे अंधविश्वासी लोगों से बचाना चाहते हैं।’’

तेलंगाना में 2014 से टीआरएस का शासन है।

उधर राव ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाषणों के बावजूद देश औद्योगिक और आर्थिक मोर्चों पर जूझ रहा है।

उन्होंने बेंगलुरु में देवगौड़ा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज कोई खुश नहीं है, चाहे किसान हों, दलित हों, आदिवासी हों। आज कौन खुश है। हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ रहे हैं। भाषणबाजी और वादों के अलावा हकीकत क्या है। उद्योग बंद हो रहे हैं, जीडीपी नीचे जा रही है, महंगाई मुंह उठा रही है और रुपया बुरी तरह गिर गया है। इतिहास में कभी रुपया डॉलर के मुकाबले इतने निचले स्तर पर नहीं गया।’’

उन्होंने कहा कि देश में पर्याप्त संसाधन हैं और आजादी के 75 साल बाद भी वह पानी, बिजली और सिंचाई की कमी से जूझ रहा है, जबकि भारत के साथ आजादी पाने वाले अनेक देश काफी आगे हैं।