नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) पैंगोंग झील के दक्षिणी तटीय क्षेत्र में यथास्थिति बदलने की चीन की नये सिरे से की गयी असफल कोशिशों से उपजे तनाव को कम करने के तरीके खोजने के लिए भारत और चीन ने शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में ब्रिगेड कमांडर स्तर की एक और दौर की वार्ता की।

सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चुशूल में एक सीमा चौकी पर पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर दो बजे के बीच बातचीत हुई।

बातचीत में क्या निकला, इस पर तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है।

इस सप्ताह की शुरुआत में दोनों सेनाओं के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत के तीन दौर अनिर्णायक रहे।

दोनों पक्षों ने ताजा टकराव के बाद पिछले कुछ दिन में चुशूल तथा अन्य कई क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती काफी बढ़ा दी है।

पैंगोंग झील इलाके में उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब चीन ने पांच दिन पहले झील के दक्षिणी तट में कुछ इलाकों पर कब्जा करने का असफल प्रयास किया।



भारत ने पैंगोंग झील के दक्षिण तट के सामरिक महत्व वाले अनेक ऊंचे क्षेत्रों को अपने नियंत्रण में ले लिया है तथा भविष्य में चीन की किसी भी गतिविधि को नाकाम करने के लिए फिंगर 2 और फिंगर 3 क्षेत्रों में मौजूदगी को बढ़ाया है।



सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बृहस्पतिवार, शुक्रवार को लद्दाख का दो दिवसीय दौरा किया जिसमें उन्होंने क्षेत्र में भारत की सुरक्षा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की।