रांची,  झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राँची हवाई अड्डा पहुंचकर मंगलवार की देर शाम शहीद अभिषेक कुमार के पार्थीव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका उपचुनाव के प्रचार में व्यस्त रहने के चलते शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंच सके।

राजधानी रांची में चान्हो इलाके के रहने वाले भारतीय सेना के जवान अभिषेक 25 अक्टूबर को चीन से लगी लद्दाख सीमा पर बारूदी सुरंग में विस्फोट में शहीद हो गये थे।

राज्यपाल के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल शहीद जवान अभिषेक को श्रद्धांजलि अर्पित करने रांची हवाई अड्डे पहुंचीं और वहां उन्होंने शहीद के पार्थीव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर राज्य के मंत्री चम्पई सोरेन, जिला प्रशासन के पदाधिकारियों एवं सैन्य अधिकारियों ने भी शहीद के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।

मुख्यमंत्री दुमका की प्रतिष्ठापरक सीट पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के प्रचार में व्यस्त होने के चलते शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित करने यहां नहीं पहुंच सके।

आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि रांची के लाल अभिषेक कुमार साहू को बुधवार को सुबह चान्हो स्थित उनके गांव में अंतिम विदाई दी जायेगी।

रांची के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि आज शहीद के पार्थीव शरीर को पूरे सम्मान के साथ यहां नामकुम स्थित सैन्य छावनी के सैन्य अस्पताल में रखा गया है जहां से सुबह उसे चान्हो स्थित उनके गांव ले जाया जायेगा।

कोविड-19 के खतरे के मद्देनजर शहीद जवान की अंतिम विदाई के लिए उनके पैतृक गांव में एक समिति का गठन किया गया है। समिति के सदस्यों ने बताया का शहीद के सम्मान में चोरेया गांव से चोरेया मोड़ तक मानव शृंखला बनायी जायेगी। मानव श्रृंखला में भाग लेने वाले लोगों के हाथों में तिरंगा होगा और हर कोई शहीद के पार्थिव शरीर लाने वाले वाहन पर पुष्प की वर्षा करेगा।

इससे पूर्व जवान की शहादत की खबर मिलने के बाद सांसद एवं पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत और स्थानीय विधायक बंधु तिर्की ने शहीद अभिषेक कुमार साहू के घर जाकर परिवार के लोगों को सांत्वना दी।