भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने लद्दाख में 17,000 फीट की ऊंचाई पर स्वतंत्रता दिवस मनाया। ITBP ने अपने सैनिकों द्वारा गाए जाने वाले लोकप्रिय देशभक्ति गीतों का भी वीडियो जारी किया।

वीडियो को आईटीबीपी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जारी किया है। इसके अलावा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के सैनिकों ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के किनारे 14,000 फीट की ऊंचाई पर भी देश का स्वतंत्रता दिवस मनाया। सैनिकों ने आईटीबीपी के झंडों को तिरंगा झंडों को एक साथ लहराया। 

पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना का सामना करने वाले ITBP के कुल 294 जवानों को शुक्रवार को डायरेक्टर जनरल (DG) प्रशंसा पत्र और प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया। ITBP ने उन 21 जवानों के नाम गृह मंत्रालय को भेजा और बहादुरी पदक के लिए अनुशंसा किया है। ITBP के डीजी एस एस देसवाल नं 6 अन्य जवानों को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियानों के लिए डी जी प्रशंसा पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया।

ITBP ने बताया था कि किस तरह इसके जवानों ने देश की रक्षा के खातिर अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी और PLA (Chinese People's Liberation Army) को सबक सिखाया। बता दें कि जवानों ने बेहतरीन युद्ध कौशल का परिचय देते हुए कंधे से कंधा मिलाकर बहादुरी से संघर्ष किया। ITBP के जवानों ने पूरी रात चीनी सैनिकों का सामना किया और 17 से 20 घंटों तक उन्हें जवाबी कार्रवाई करते हुए रोके रखा।

इस हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। चीन के भी 40 जवान इस झड़प में मारे गए जिसे बीजिंग ने बाद में स्वीकार किया। इसके साथ ही ITBP ने अपने 318 जवानों के नाम और 40 अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों के नाम केंद्रीय गृह मंत्री स्पेशल ऑपरेशन ड्यूटी मेडल के लिए भेजे हैं। जिन्होंने महामारी कोविड-19 के प्रसार को रोकने और अन्य प्रयासों में अहम योगदान दिया है।