इंदौर,भाजपा नेता इमरती देवी को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की कथित अभद्र टिप्पणी पर राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम ने शुक्रवार को आक्रोश जताया।


उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों को अपना "गुलाम" समझने वाली कांग्रेस द्वारा संविधान निर्माता डॉ. बीआर आम्बेडकर के जमाने से इस समुदाय के लोगों का अपमान किया जाता रहा है।

गौतम, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं जिन्हें सत्तारूढ़ पार्टी ने मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उप चुनावों के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है।

उन्होंने यहां भाजपा द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "कमलनाथ ने इमरती देवी को लेकर बेहद अभद्र भाषा का उपयोग किया है। लेकिन अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के अपमान का यह कांग्रेस का कोई पहला कृत्य नहीं है।"

गौतम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आम्बेडकर के जीवनकाल में उनका भी अपमान कर चुकी है और उनके निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में नहीं होने दिया गया था।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस को अपनी मानसिकता के चलते लगता है कि उसे दलितों का वोट आसानी से मिल जाता है। कांग्रेस को लगता है कि ये लोग हमारे गुलाम हैं और आगे भी गुलाम की तरह ही रहेंगे।"

गौतम ने कांग्रेस के एक नेता द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘‘नंगे-भूखे घर का" बताए जाने को लेकर भी नाराजगी जताई।

उन्होंने देश में कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, "कांग्रेस नेता चौहान को नंगे-भूखे घर का बता रहे हैं, लेकिन हमारा कहना है कि देश के लोगों को नंगे-भूखे घर का बनाया किसने?"

राज्यसभा सांसद ने दावा किया कि कांग्रेस की पिछली सरकारों के कार्यकाल में गरीब हितैषी योजनाओं की रकम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती थी, जबकि मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार वित्तीय गड़बड़ियों पर रोक लगाते हुए इस राशि को वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचा रही है।