भोपाल : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि पांच राज्यों में फरवरी-मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी इन राज्यों में भाजपा को हराने वाली पार्टियों के साथ खड़ी होगी।

पार्टी की मध्य प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में भाग लेने राज्य की राजधानी भोपाल आये येचुरी ने संवाददाता सम्मेलन में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा एवं मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव में माकपा का लक्ष्य यही होगा कि भाजपा को हराना है और उसे सत्ता से दूर रखना है।’’ उन्होंने कहा कि इसलिए माकपा इन पांचों राज्यों में उन पार्टियों को सहयोग देगी जो भाजपा को इन चुनावों में पराजित कर सकती हैं।

येचुरी ने बताया , ‘‘ इस संबंध में हम बाकी वामपंथी पार्टियों से भी हम चर्चा में हैं और सीटों पर तालमेल करेंगे। समाजवादी पार्टी से भी हम बातचीत करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इन पांचों राज्यों में गैर भाजपा वोटों के बीच में बंटवारा न हो या कम से कम बंटवारा हो, इसके लिए माकपा पूरा प्रयास करेगी और उस तरह से पार्टी गठबंधन करेगी।

येचुरी ने उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी ही भाजपा को टक्कर दे सकती है, इसलिए माकपा वहां पर समाजवादी पार्टी का समर्थन करेगी। येचुरी ने दावा कि उत्तरप्रदेश में दिन-प्रतिदिन भाजपा विरोधी माहौल बन रहा है।

उन्होंने कहा कि आज भारत को बचाना है और आने वाले दिनों में लोगों के लिए बेहतर भारत का निर्माण करना है तो आज भाजपा को राजनीतिक स्तर पर हराना है और उसे सत्ता से दूर रखना है।

भाजपा पर पूरे देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए येचुरी ने कहा, ‘‘इससे देश में नफरत एवं हिंसा का वातावरण बना हुआ है। देश में हमारी सामाजिक एकता एवं भाईचारा सब बिगड़ रहा है। नफरत एवं हिंसा नाश का रास्ता है। इसलिए इनको (भाजपा) चुनावों में पराजित कर सत्ता से दूर रखना आज अनिवार्य है। वरना जो संवैधानिक व्यवस्था आज हमारे देश के अंदर है वो बच नहीं पाएगी। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी का मानना है कि केन्द्र की भाजपा नीत नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों के चलते आज देश के आम लोगों की हालत बहुत ही तेजी के साथ बिगड़ी है। देश में बेरोजगारी एवं भुखमरी है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि देश की संपत्ति की लूट मची हुई है और कोई भी क्षेत्र नहीं बचा है जिसका विनिवेश नहीं हो रहा है।