धार, 2 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 12वें दिन भी जारी है। सर्वे के बीच ही मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान भोजशाला मां सरस्वती के जयघोष से गूंज उठी। राजा भोज और मां सरस्वती जय घोष के साथ में मां सरस्वती की प्रतिमा लंदन से बाहर पहुंचे और भोजशाला में स्थापित हो, इस संकल्प के साथ महिलाएं और पुरुष बाहर आए। हिंदू समाज का अंदर प्रवेश होने के कारण एएसआई की टीम द्वारा बाहरी क्षेत्र में ही सर्वे किया जा रहा है।





भोजशाला में सर्वेक्षण का काम तेजी में अब तेजी आ गई है। मंगलवार को सर्वे के 12वें दिन एएसआई के 20 अधिकारियों और 34 मजदूरों ने सुबह करीब पौने आठ बजे भोजशाला में प्रवेश किया। टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला परिसर के आसपास पुलिस बल तैनात किया हुआ है।







दरअसल, भोजशाला में प्रति मंगलवार को हिन्दू समाज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, जबकि प्रति शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज पढ़ी जाती है। इसी क्रम में भोजशाला में हर मंगलवार की तरह बार भी पूजा की गई। यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद महिलाओं ने मां सरस्वती की पूजा की। इस दौरान हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार भार्गव भी साथियों के साथ भोजशाला पहुंचे।







बता दें कि मुस्लिम पक्ष द्वारा धार की भोजशाला में चल रहे एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सोमवार को सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके चलते विशेष रूप से सर्वे को लेकर टीम ने मंगलवार को अपना काम शुरू किया।







हमारी याचिका खारिज नहीं हुईः अब्दुल समद



मंगलवार को मुस्लिम पक्ष के प्रतिनिधि अब्दुल समद ने भोजशाला में प्रवेश से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह भ्रामक बात है कि सुप्रीम कोर्ट में हमारी याचिका खारिज कर दी। वास्तविकता यह है कि हमारी याचिका खारिज नहीं की गई, बल्कि हमारी पूरी बात को सुना गया और दोनों पक्षों यानी एएसआई और सामने वाले पक्ष को नोटिस जारी किया गया।







उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि सर्वे के दौरान अंदर कोई भी एविडेंस में छेड़छाड़ न की जाए और साथ में यह भी निर्देश दिए कि अंदर चलने वाले सर्वे की कोई भी जानकारी बाहर नहीं आना चाहिए। शीर्ष कोर्ट ने उसके लिए भी गाइडलाइन जारी की है। इसके अलावा कोर्ट ने यह भी कहा कि एएसआई की रिपोर्ट को हाई कोर्ट रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करें, उसके बाद ही उस पर फैसला होगा।







वहीं, मंगलवार को भोजशाला में होने वाले हिंदू सत्याग्रह में शामिल होने आए शिवकुमार भार्गव ने कहा कि भोजशाला में सर्वे के 12 दिन हो गए। यह बहुत खुशी की बात है और विशेष उत्साह का दिन है कि मां सरस्वती बहुत जल्द भोजशाला में स्थापित होने वाली है। सर्वे को लेकर अब तक जो भी जानकारियां सुनी गईं, उसके अनुसार अंदर जो एविडेंस सामने आ रहे हैं, वह सनातनी पक्ष में है और यह बहुत खुशी की बात है। हमारा हजारों वर्षों का संघर्ष अब बहुत जल्द पूरा होने वाला है और मां सरस्वती की स्थापना होगी। खुशी की बात है कि अयोध्या में रामचंद्र जी की स्थापना हो चुकी है और बहुत जल्दी भोजशाला में मां सरस्वती ही स्थापना होगी।







हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/संजीव