बुरहानपुर/बोदरली (मध्यप्रदेश) : सैन्य बलों में भर्ती की नयी अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर फिर हमला बोला है।

गांधी ने कहा है कि महज चार साल की सेवा के बाद युवाओं को जिंदगी भर के लिए बेरोजगार बनाने वाली योजना लाकर सरकार ने सैनिकों के साथ "पवित्र रिश्ता" तोड़ दिया है।

"भारत जोड़ो यात्रा" के मध्यप्रदेश में बुधवार को प्रवेश के बाद गांधी ने ऐतिहासिक बुरहानपुर शहर में आयोजित सभा में यह बात कही।

उन्होंने अग्निवीर योजना के संदर्भ में कहा,"पहले यूं होता था कि सेना में भर्ती होकर तिरंगे झंडे की रक्षा की शपथ लेने वाले युवाओं के हितों की रक्षा सरकार जिंदगी भर करती थी। लेकिन (अग्निवीर योजना लाकर) इस पवित्र रिश्ते को मोदी सरकार ने तोड़ दिया है।"

गांधी की अगुवाई वाली यात्रा महाराष्ट्र से गुजरने के बाद "दक्षिण का द्वार" कहे जाने वाले बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव से मध्यप्रदेश में बुधवार सुबह तय कार्यक्रम से एक घण्टे के विलंब से दाखिल हुई।

गांधी ने गांव के सभास्थल पर महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की कांग्रेस इकाइयों के बीच तिरंगे का हस्तांतरण कराने के बाद मध्यप्रदेश में 12 दिवसीय यात्रा की औपचारिक शुरुआत की। इस मौके पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

गांधी ने बोदरली गांव की सभा में कहा कि उनकी यात्रा देश में फैलाई जा रही नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ है। उन्होंने केंद्र सरकार को बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर घेरा और कहा,"भाजपा सबसे पहले युवाओं, किसानों और मजदूरों के दिल में डर फैलाती है और जब यह डर अच्छी तरह फैल जाता है तो वह इसे हिंसा में बदल देती है।"

उन्होंने भाजपा को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा,"हमने कन्याकुमारी से हाथ में तिरंगा लेकर भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। इस तिरंगे को श्रीनगर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।"

गांधी ने दावा किया कि देश का उद्योग जगत, हवाई अड्डे और बन्दरगाह केवल तीन-चार उद्योगपतियों के हाथ में हैं तथा रेलवे भी उनके हाथ में आने जा रहा है। उन्होंने कहा,"यह अन्याय का हिंदुस्तान है। ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए। गरीबों को न्याय चाहिए।"

गांधी ने यह भी कहा कि महंगे पेट्रोल और रसोई गैस के लिए आम आदमी की जेब से निकलने वाला धन इन्हीं तीन-चार उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है।

गांधी की अगुवाई वाली यात्रा चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल होने से पहले, 12 दिन के भीतर पश्चिमी मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में 380 किलोमीटर का फासला तय करेगी।

गौरतलब है कि इस किसान बहुल इलाके में वर्ष 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने भाजपा पर अहम बढ़त हासिल की थी जिसके बाद कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी।

हालांकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार का 20 मार्च 2020 को पतन हो गया था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च 2020 को सूबे की सत्ता में लौट आई थी।

गांधी ने बुरहानपुर की सभा में मतदाताओं को यह घटनाक्रम याद दिलाते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने इन भ्रष्ट विधायकों को करोड़ों रुपये में खरीदकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी। उन्होंने कहा,"हमने भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू की है क्योंकि हमारे सब लोकतांत्रिक रास्ते बंद किए जा रहे हैं।"