आइजोल, तीन सितम्बर (भाषा) मिजोरम में इस साल जनवरी से अगस्त के बीच में कम से कम 45 लोगों की मौत मादक पदार्थों का सेवन करने की वजह से हुई है।

‘एक्साइज एंड नारकोटिक्स डिपार्टमेंट’ के सहायक आयुक्त पीटर ज़ोहिंगथंगा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 2019 में 13 महिलाओं सहित 55 लोगों की मौत मादक पदार्थ का सेवन करने की वजह से हुई थी।

उन्होंने बताया कि अधिकतर मादक पदार्थ, विशेषकर हेरोइन की तस्करी म्यामां से की जाती है।

म्यामां और बांग्लादेश के बीच स्थित होने की वजह से मिजोरम 1984 से मादक पदार्थों से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है।

‘एक्साइज एंड नारकोटिक्स डिपार्टमेंट’ के आंकड़ों के अनुसार मिजोरम में 1984 से अब तक मादक पदार्थ का सेवन करने की वजह से 191 महिलाओं सहित 1,624 लोगों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि इस साल मादक पदार्थों का सवेन करने से हुई मौत के मामलों में से 80 प्रतिशत मामले हेरोइन से जुड़े हैं।

ज़ोहिंगथंगा ने बताया कि राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिए कई कदम भी उठाए हैं।

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मार्च से अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्य सीमाओं को सील कर दिया गया है, जिससे मादक पदार्थों और शराब की आपूर्ति में काफी कमी आई है।

आबकारी विभाग ने इस साल मादक-पदार्थ तस्करी के खिलाफ एक व्यापक अभियान भी चलाया।

उन्होंने बताया कि विभाग ने सोमवार को ही 69 ग्राम हेरोइन जब्त कर चार लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया था।