भुवनेश्वर : ओडिशा के संबलपुर जिले में रहने वाले ईसाक मुंडा के दिहाड़ी मजदूर से यूट्यूब सनसनी बनने तक के सफर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी प्रभावित किया है। उन्होंने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में ईसाक मुंडा का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह से मुंडा प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हैं, वह सभी को आश्चर्यचकित कर सकते हैं।

मुंडा का उल्लेख करते हुए मोदी ने बताया कि वह कभी एक दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते थे लेकिन अब एक ‘‘इंटरनेट सनसनी’’ बन गए हैं और अपने यूट्यूब चैनल के जरिए बेहतर कमा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि वह अपने यू-ट्यूब चैनल से स्थानीय व्यंजन, पारंपरिक भोजन बनाने के तरीके, अपने गांव, अपनी दिनचर्या और खान-पान की आदतों को प्रमुखता से दिखाते हैं।

ईसाक के यूट्यूब चैनल के 7.79 लाख सब्सक्राइबर हैं जबकि उनके फेसबुक पेज पर 14 हजार लोग उन्हें फॉलो करते हैं।

मोदी ने कहा, “ एक यूट्यूबर के रूप में उनकी यात्रा मार्च 2020 में उस समय शुरू हुई जब उन्होंने ओडिशा के प्रसिद्ध स्थानीय व्यंजन 'पखला' (खमीर युक्त पानी वाले चावल) से संबंधित एक वीडियो पोस्ट किया। तब से लेकर अब तक वह सैकड़ों वीडियो पोस्ट कर चुके हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘उनका यह प्रयास कई कारणों से सबसे अलग है। खासकर इसलिए कि इससे शहरों में रहने वाले लोगों को वह जीवनशैली देखने का अवसर मिलता है जिसके बारे में वह बहुत कुछ नहीं जानते। ईसाक मुंडा जी संस्कृति और खानपान दोनों को बराबर मिलाकर के हम सबको प्रेरणा भी दे रहे हैं।’’

रेडियो कार्यक्रम में खुद का जिक्र होने पर 35 वर्षीय मुंडा उनके परिवार और गांव के लोगों का प्रधानमंत्री का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।

सातवीं कक्षा तक पढ़े मुंडा निर्माण क्षेत्र में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते थे और कोविड-19 महामारी के दौरान नौकरी खोने के बाद जीवन में संघर्ष कर रहे थे, तभी उन्होंने यूट्यूब के साथ अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया।

एक कंपनी से ऋण लेने और तीन हजार रुपये की बचत के साथ मुंडा ने एक स्मार्टफोन खरीदा और पारंपरिक आदिवासी भोजन सहित दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।

मुंडा का पहला वीडियो उनके घर पर चावल और सांभर से संबंधित था। जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और उसे ढेर सारे 'लाइक' और 'शेयर' के साथ जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, मुंडा को इस तरह के और वीडियो रिकॉर्ड करने और उन्हें यूट्यूब पर पोस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया।

मुंडा ने कहा, “चैनल चलाने के तीन महीने बाद, मुझे यूट्यूब से मेरे बैंक खाते में 37,000 रुपये मिले। एक महीने बाद, मुझे पांच लाख रुपये मिले।”