भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को केन्द्र सरकार से राज्य को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति करने का अनुरोध किया क्योंकि खरीफ फसल की बुआई चरम पर है और किसान उर्वरक की कमी का सामना कर रहे हैं।

केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र में पटनायक ने कहा कि उर्वरक की कम आपूर्ति से 'अधितकर जिलों में बेवजह कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है।'

उन्होंने लिखा, 'लिहाजा, मैं तयशुदा मासिक आपूर्ति योजना के अनुसार राज्य को उर्वरक की आपूर्ति किये जाने के मामले में आपसे निजी तौर पर हस्तेक्षप का अनुरोध करता हूं।'

पटनायक ने बताया कि मई, जून और जुलाई की चरम मांग अवधि के दौरान आवंटन में गिरावट आई।

उन्होंने कहा, 'मई, जून और जुलाई के दौरान विभिन्न उर्वरकों की भारी कमी हुई है। खरीफ के दौरान, राज्य को 2,31,530 मिलियन टन के आवंटन और 2, 10,000 मीट्रिक टन की तयशुदा आपूर्ति योजना के मुकाबले केवल 1,45,145 मिलियन टन यूरिया प्राप्त हुआ है।'

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवधि के दौरान राज्य को 1,52,000 मिलियन टन के आवंटन और 1,45,000 मिलियन टन की आपूर्ति योजना के मुकाबले 97,763 मिलियन टन डीएपी प्राप्त हुआ।

कुल मिलाकर, तय आपूर्ति के मुकाबले 60-74 प्रतिशत की ही आपूर्ति हुई है।

पटनायक ने कहा कि राज्य में यास चक्रवात के कारण किसानों की फसल को गंभीर फसल का नुकसान हुआ है। फसलों के उत्पादन को अनुकूलित करने के लिए, उर्वरक जैसी सबसे महत्वपूर्ण सामग्री की आपूर्ति आवश्यकता के अनुसार होनी चाहिए।

बीजद सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार सुबह मंडाविया से मुलाकात भी की और राज्य में उर्वरकों की तत्काल आपूर्ति की मांग रखी। प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि मंडाविया ने तुरंत मंत्रालय के अधिकारियों से बात की और उन्हें जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाने को कहा।