भुवनेश्वर : भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के अवसर पर रेत के दृश्य बनाने वाले विख्यात कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत से 43 फुट लंबा और 35 फुट चौड़ा त्रि आयामी विशाल रथ बनाया। इसके साथ ही पटनायक ने 6.2 इंच के नन्हें रेत के रथ का भी निर्माण किया।

उन्होंने कहा कि उनकी यह कृति महान कवि भक्त बलराम दास को दी गई श्रद्धांजलि है जिन्हें विश्व में रेत की कलाकृति बनाने का प्रणेता माना जाता है। पटनायक ने कहा कि बलराम दास ने 14वीं शताब्दी में विश्व का पहला रेत का रथ बनाया था।

उन्होंने कहा कि दास ने 14वीं शताब्दी में तीन रथ बनाए थे और माना जाता है कि इससे भगवान प्रसन्न हुए थे। पटनायक ने वार्षिक रथयात्रा से पहले पुरी के तट पर विश्व की सबसे बड़ी रेत की कलाकृति बनाने का प्रयास किया।

उन्होंने रथयात्रा के अवसर ट्वीट किया, “हमने ओडिशा के पुरी के तट पर भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ का विशाल त्रि आयामी रेत का रथ बनाया है जो 43.2 फुट लंबा, 35 फुट चौड़ा है। हमें उम्मीद है कि यह नया कीर्तिमान होगा।”