संभल (उप्र) : जिले के दौरे पर 21 सितंबर को आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभा स्थल और हेलीपैड का गंगाजल से शुद्धीकरण करने के आरोप में समाजवादी पार्टी के सहयोगी संगठन युवजन सभा के एक नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के कैला देवी स्थल पर गत 21 सितंबर को एक जनसभा को संबोधित करने के साथ-साथ 275 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया था। समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश सचिव भावेश यादव ने बुधवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ कैला देवी के सभा स्थल, हेलीपैड और मंच स्थल सहित पूरे मैदान का गंगाजल से शुद्धीकरण किया।

इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी देवी-देवताओं में भेदभाव करते हैं। उन्होंने कहा कि योगी कैला देवी आए थे, मगर उन्होंने मां कैला देवी के दर्शन नहीं किए जिससे देवी का अपमान हुआ है, इसीलिए उन्होंने पूरे जनसभा स्थल और हैलीपेड का गंगाजल से शुद्धीकरण किया है।

पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस मामले में बहजोई थाने में बुधवार देर रात भारतीय दंड विधान की धारा 153-अ (सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना और समुदायों के बीच नफरत भड़काना), 295-अ (धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर भड़काना) और 505 (उकसाना) के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले के मुख्य आरोपी भावेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है जो अब 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्राय: यह आरोप लगाते हैं कि जब वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में पार्टी की पराजय के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास खाली किया, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए उस घर का गंगाजल से शुद्धीकरण किया गया था।

अखिलेश ने यह भी कहा था कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में वापसी होने पर वह दमकल गाड़ी से गंगाजल छिड़कवाकर मुख्यमंत्री आवास का शुद्धीकरण करवाएंगे।