चंडीगढ़. पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का सरहदी इलाकों का दौरा जारी है. बीते सोमवार को जहां उन्होंने अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर के इलाकों का दौरा किया था.

वहीं आज मंगलवार को वह फाजिल्का के सीमावर्ती गांवों के दौरे पर हैं. पंजाब में भारत-पाक सीमा (Indo Pak Border) पर अवैध रेत खनन (Illegal Sand Mining) को देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है. राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने कहा है कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

पुरोहित ने अधिकारियों को सीमा के पास अवैध खनन पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अन्य आरोपों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में खनन के दोषियों के खिलाफ भी देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. सीमावर्ती गांवों के सरपंचों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राज्यपाल ने कहा कि कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की आपराधिक सांठगांठ होने की खबरें हैं और देश हित में इस गठबंधन को प्रभावी ढंग से तोड़ने की जरूरत है.

BSF ने हाईकोर्ट को दी जानकारी
उनकी टिप्पणी सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को अवैध खनन के बारे में सूचित करने के कुछ दिनों बाद आई है. बीएसएफ (Border Security Force) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में खनन गतिविधियां चौबीसों घंटे की जा रही हैं. बीएसएफ ने कहा था कि रावी नदी के प्रवाह को प्रभावित करने के अलावा यह अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) पर बाड़ की सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा है. हाईकोर्ट ने बाद में पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में खनन पर रोक लगा दी थी.